आधुनिक समय में भले ही डायबिटीज आम समस्या बन गई है, लेकिन यह रोग घातक है।
डायबिटीज एक ऐसा रोग है, जिसमें ब्लड में शर्करा स्तर बढ़ जाती है। जबकि पैंक्रियाज यानी अग्नाशय इंसुलिन बनाना बंद कर देता है।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त में चीनी के अवशोषण को कंट्रोल करता है। इस बीमारी में जरा सी लापरवाही भी खतरनाक साबित हो सकती है।
इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। हालांकि, कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें डायबिटीज के बारे में पता नहीं चल पाता है कि वे डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं।
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि डायबिटीज के शुरूआती लक्षण क्या हैं ? अगर आप इन संकेतों को देखते हैं, तो समझ लें कि आप डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं। आइए जानते हैं-
अगर आपको बार बार पेशाब आने की शिकायत है, तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। जबकि यूरिन येलो यानी पीले रंग में होना भी डायबिटीज के संकेत हैं।
हालांकि, कम पानी पीने से भी येलो यूरिन की समस्या होती है, लेकिन बार बार पेशाब आना और पेशाब का रंग पीला होना डायबिटीज के लक्षण हैं। आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।
अगर चोट और घाव जल्दी ठीक नहीं होते हैं, तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि एक या दो सप्ताह के भीतर कोई घाव या जख्म भर जाता है। इसके बावजूद अगर घाव नहीं सूखता है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
दिनभर काम करने के बाद शाम में थकान होना आम बात है, लेकिन दिन की शुरुआत के समय ही थकान महसूस करना डायबिटीज की ओर इशारा है।
अगर कुछ देर काम करने के बाद ही थकान महसूस होती है, तो डॉक्टर से डायबिटीज की जांच जरूर करवाएं
डायबिटीज के मरीजों को आंखों की समस्या भी होती है। ऐसे में अगर आपको देखने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है जैसे आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, चीजें धुंधली-धुंधली दिखना आदि डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।