क्या सऊदी अरब की नाराजगी पाकिस्तान के लिए भारी पड़ा?

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पाकिस्‍तान की इमरान सरकार के बुरे दिन चल रहे हैं। सऊदी अरब से पंगे लेना अब उसके लिए भारी पड़ रहा है।

 

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट इन पर छपी खबर के अनुसार, सऊदी अरब से जारी इमरान खान सरकार के तनाव को देखते हुए खाड़ी के कई देश पूर्व आर्मी चीफ जनरल (सेवानिवृत्त) राहिल शरीफ को पाकिस्‍तान की राजनीति में उतरने के लिए मनाने में जुट गए हैं।

 

राहील शरीफ पाकिस्‍तान के सबसे लोकप्रिय सेना प्रमुखों में से हैं और उनको पाकिस्‍तान में काफी सम्‍मान की नजर से देखा जाता है।

 

विशेष बात ये है कि राहील शरीफ का सऊदी अरब से खास कनेक्शन है। विश्‍लेषकों का मानना है कि अगर जनरल राहील शरीफ पाकिस्‍तान की राजनीति में कदम रखते हैं तो इमरान खान की कुर्सी जानी तय है।

 

 

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पाकिस्‍तान के राजनयिक हलकों में ऐसी चर्चा है कि कई अरब देश पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ को राजनीति में उतरने के लिए उत्‍साहित कर रहे हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद पाकिस्‍तानी सोशल मीडिया में अटकलों का बाजार गरम हो चुका है।

 

बता दें कि जनरल राहील शरीफ के नाम की चर्चा ऐसे समय पर हो रही है जब पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान और उनके आका सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच पिछले काफी समय से तनाव काफी बढ़ता जा रहा है।

 

यही नहीं पिछले दिनों सेना प्रमुख बाजवा ने राहिल शरीफ से मुलाकात भी की थी। पाकिस्‍तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इमरान खान के लिए अब कुछ ही दिन बचे हुए हैं।

 

इस तनाव के बीच पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सऊदी अरब से पंगा ले लिया। उन्‍होंने सऊदी अरब और ओआईसी को धमकी दे डाली।

 

इससे दोनों ही देशों के बीच संबंध और ज्‍यादा खराब हो गए। कुरैशी की इसी धमकी और कतर तथा तुर्की से दोस्‍ती का असर था कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान ने पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मिलने से इनकार कर दिया।

 

राहील शरीफ को पाकिस्‍तान में काफी इज्‍जत की नजर से देखा जाता है। जब वह रिटायर हुए तब सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक में उन्‍हें फेयरवेल दिया गया था।

 

वर्ष 2014 में उन्‍होंने आईएसआई चीफ जहिरुल इस्‍लाम के सरकार के खिलाफ एक विद्रोह को कुचल दिया था। माना जा रहा है कि अरब देश अब जनरल राहील शरीफ की इसी लोकप्रियता का फायदा उठाने के लिए उन्‍हें राजनीति में उतरने के लिए उत्‍साहित कर रहे हैं।