उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने नागरिकता संशोधन बिल को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
न्यूज़ स्टेट पर छपी खबर के अनुसार, मायावती ने इस बिल को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि ‘कहा कि यह बिल बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान के विपरीत है’। यह बिल उसी तरह अपरिपक्व है जैसे नौटबंदी और जीएसटी थी।
मायावती ने केंद्र सरकार के द्वारा एससी-एसटी आरक्षण को 10 साल और बढ़ाए जाने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आरक्षण की समय सीमा बढ़ाकर एक अच्छा काम किया है।
लेकिन अभी तक एससी-एसटी वर्ग के लोगों को उनका असली हक नहीं मिल पाया है। उन्हें असली हक तब ही मिलेगा जब प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी।