धार्मिक आज़ादी पर उठे सवालों पर पाकिस्तान ने कहा- ‘नहीं हो रहा है उलंघन’

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पाकिस्तान ने अमेरिका की उस लिस्ट को खारिज किया है जिसमें उसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने वाले देशों में शामिल किया गया है। पाकिस्तान ने कहा है कि धार्मिक स्वतंत्रता का सबसे ज्यादा उल्लंघन भारत में हो रहा है।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तान ने खुद को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने वाले देशों की सूची में डाले जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान ने अमेरिका के इस कदम को खारिज कर दिया है और कहा है कि देशों को इस सूची में डालने की प्रक्रिया “मनमानी” और “संदेहास्पद” है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, पाकिस्तान इस एकतरफा और मनमाने कदम को खारिज करता है. ये घोषणा ना सिर्फ जमीनी हकीकत से दूर है बल्कि इस पूरी कवायद की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है।

पिछले सप्ताह, एक रिपोर्ट में अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को उन देशों की सूची में शामिल कर लिया था जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को अपने धर्म के अनुसार चलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

पाकिस्तान को अपने उन कानूनों के लिए आलोचना झेलनी पड़ती है जिनका शिकार अकसर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बनते हैं।

इनमें ईशनिंदा कानून भी शामिल है जिसमें इस्लाम धर्म या उसके पैगंबर का अपमान करने पर मौत की सजा हो सकती है। दस साल तक जेल में रहने वाली एक पाकिस्तानी ईसाई महिला के खिलाफ लगे ईशनिंदा के पिछले साल आरोप झूठे साबित हुए।

पाकिस्तान को इस बात के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ता है कि वहां मुस्लिम पुरुषों से शादी कराने के लिए ईसाई और हिन्दू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है। सरकार और न्यायपालिका भी कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों की।

साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी