उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सभी दस उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है। लेकिन इस चुनाव ने यूपी में नए राजनीतिक समीकरण को जन्म दे दिया है।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, एक तरफ जहां बसपा की नजदीकीयां भाजपा के साथ बढ़ रही हैं वहीं दूसरी ओर बसपा और सपा के बीच गठबंधन की गांठ पूरी तरह खुल चुकी है।
इसके बाद भी कुछ बाकी है? pic.twitter.com/WGNxMWq9gh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2020
इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती की समाजवादी पार्टी से नाराजगी और राज्यसभा चुनावों में सपा प्रत्याशियों को हराने के लिए भाजपा के भी वोट देने के बयान के तुरंत बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मायावती पर तंज कसा है।
कांग्रेस महासचिव ने मायावती के प्रेस कांफ्रेंस में दिए गए इन बयानों के बाद प्रियंका गांधी ने तंज कसा है। अपने ट्विटर हैंडल से मायावती का वीडियो ट्वीट करते हुए प्रियंका ने लिखा कि- ‘इसके बाद भी कुछ बाकी है?’
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद सपा ने हमसे संपर्क बंद कर दिया और इसीलिए हमने अपने रास्ता बदल लिया है।
उन्होंने कहा कि मैं इस बात का भी खुलासा करना चाहती हूं कि जब हमने यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए सपा के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया तो हमने इसके लिए बहुत मेहनत की, लेकिन जब से यह गठबंधन हुआ था तब से सपा प्रमुख की मंशा दिखने लगी थी।
इससे पहले मायावती ने पार्टी से बगावत करने वाले सात विधायकों के निलंबन का भी एलान किया है।
मायावती ने विधायक असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती), असलम अली (ढोलाना-हापुड़), मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-इलाहाबाद), हाकिम लाल बिंद (हांडिया- प्रयागराज) , हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर), सुषमा पटेल( मुंगरा बादशाहपुर) और वंदना सिंह (सगड़ी-आजमगढ़) को पार्टी से निलंबित कर दिया है।