कोविड-19 वैक्सीन आई तो दुनिया में आर्थिक सुधार देखा जा सकता है- WHO

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गुरुवार को डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होने कहा ​कि अगर विश्व की कोई भी कोरोना दवा सभी को सार्वजनिक रूप से मिलती है, तो दुनियाभर में आर्थिक सुधार में गति आ सकती हैं। 

 

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, वह एनबीसी नेटवर्क द्वारा संचालित संयुक्त प्रदेश में एस्पेन सिक्योरिटी फोरम के मेंबस के साथ एक ऑनलाइन पैनल मंत्रणा में बोल रहे थे।

 

टेड्रोस ने बताया कि दवा साझा करने या अन्य उपकरणों को साझा करने से वास्तव में विश्व को एक साथ स्वस्थ होने में सहायता मिलती है। आर्थिक सुधार गति से हो सकता है, और कोरोना से क्षति में कमी आ सकता है।

 

उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर राष्ट्रवाद अच्छा नहीं है, यह हमारी मदद नहीं करेगा। टेड्रोस ने सोमवार को बताया था कि 20वीं सदी की प्रारंभिक के पश्चात से कोरोना वायरस सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपातकाल है, किन्तु दवा की खोज अभूतपूर्व है।

 

विदित हो कि डब्ल्यूएचओ के आपात निदेशक माइकल रयान ने टीके को लेकर चर्चा की है। जिसमें उन्होने एक प्रस्तावित रूसी दवा के बारे में पूछे जाने पर बताया कि किसी भी टीके को सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए परीक्षण के नतीजों की आवश्यक होगी।

 

उन्होंने कहा कि कोई भी देश तब तक सुरक्षित नहीं होगा जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं। रयान ने यह भी बताया कि अधिकारियों को मानव चुनौती रिसर्च के बजाय क्लीनिकल परीक्षण के माध्यम से कोरोना वायरस दवा के प्रभावी होने को प्रदर्शित करने में समर्थ है।  उनके बयान के बाद कोरोना वैक्सीन को लेकर दुविधा कायम है।