पहली जज ‘फरहा नाज’ को AMU मलप्पुरम ने किया सम्मानित, फरहा ने बताया कैसे किया क्वालिफाई

,

   

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) मलप्पुरम सेंटर  ने फरहा नाज परवीन के सम्मान में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिन्होंने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज [यूपी पीसीएस (जे)] 2018 को उत्तीर्ण किया।

खुद से पढने के फायदे

मलप्पुरम सेंटर में छात्रों के साथ बातचीत के दौरानफरहा ने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए लगातार अध्ययन करने की सलाह दी।

फरहा ने कहा “अध्ययन का एक बड़ा फायदा यह है कि छात्र अपने स्वयं के सीखने पर नियंत्रण कर सकते हैं। स्व-अध्ययन सही दिनचर्या में लाना कठिन हो सकता है, लेकिन सही दृष्टिकोण के साथ, कोई भी सही दिनचर्या के साथ स्थापित कर सकता है।

कोचींग सेंटर ज़रूरी नहीं 

फरहा ने कहा मैंने  यूपी बोर्ड से पढाई की हैं जहाँ बिना कोचिंग बड़े संस्थान में प्रवेश मिला। उन्होंने कहा  “मैंने अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए एक भी कोचिंग सेंटर  ज्वाइन नहीं किया  था।

बता दें की एएमयू एमसी अपनी स्थापना के बाद से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। उन्होने कहा, हमारे चार छात्रों ने इस साल यूपी पीसीएस (जे) (मेन्स) क्वालिफाई किया है, जिसमें से एक भाग्यशाली छात्र फरहा नाज परवीन ने आखिरकार साक्षात्कार को क्वालिफाई किया और एएमयू से पहली बार जज बनी हैं ।