यहां जंतर मंतर पर एक रैली में सांप्रदायिक नारे लगाने के आरोपी हिंदू रक्षा दल के प्रमुख भूपिंदर तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ मंगलवार को मंदिर मार्ग थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में चौधरी को उनके समर्थक कंधे पर उठाकर थाने ले जा रहे थे और ‘पिंकी भैया जिंदाबाद’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे।
चौधरी ने दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया जबकि उनके समर्थक नारेबाजी करते रहे।
सोमवार को ऑनलाइन सामने आए एक अन्य वीडियो में, चौधरी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि वह मंगलवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करेगा और जांच में सहयोग करेगा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चौधरी को मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे मंदिर मार्ग थाने से गिरफ्तार किया गया. बाद में उसे कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया। उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने आठ अगस्त को यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम विरोधी नारे लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला दर्ज किया था।
दिल्ली पुलिस इस मामले में आठ लोगों- उत्तम उपाध्याय, अश्विनी उपाध्याय, प्रीत सिंह, दीपक सिंह, दीपक कुमार, विनोद शर्मा, विनीत बाजपेयी और सुशील तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
चौधरी की गिरफ्तारी के लिए राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्यों में छापेमारी की जा रही है।
सोमवार को सामने आए वीडियो में उन्होंने कहा, ‘न तो मैंने और न ही मेरे संगठन के किसी और ने जंतर-मंतर पर कुछ गलत किया. मैं अदालत का सम्मान करता हूं और 31 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण करूंगा।
“अदालत में जाना हर व्यक्ति का अधिकार है और मैंने वही किया। मेरे ऊपर लगे सारे आरोप झूठे और निराधार हैं। मैंने अपना जीवन हिंदू धर्म और हिंदुत्व के लिए समर्पित कर दिया है। जब तक जिंदा हूं, अपने धर्म के लिए काम करता रहूंगा।’
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को चौधरी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था।
इस महीने की शुरुआत में यहां की एक सत्र अदालत ने भी चौधरी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।