हिंदूवादी संगठन सनातन संस्था पर क्या उद्धव ठाकरे सरकार लगाएगी प्रतिबंध?

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कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने बुधवार को एक टेलीविजन चैनल से बात करते हुए नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड मामले में हिंदूवादी संगठन सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमुख जयंत आठवली को जेल भेजने की मांग की है।

जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, दलवई ने पहली जनवरी, 2018 को पुणे के निकट कोरेगांव-भीमा में हुई हिंसा के मामले में दो अन्य हिंदूवादी नेताओं मिलिंद एकबोटे एवं भिड़े गुरु जी को भी गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है। वहीं, कांग्रेस के सांसद राकांपा नेता जयंत पाटिल पर भी निशाना साध रहे हैं।

दलवई के बयान से असहमति जताते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ऐसे मामलों में प्रतिबंध कारगर साबित नहीं होते हैं। प्रतिबंध से विचार नहीं मरते। बता दें कि शिवसेना और सनातन संस्था की विचारधारा एक है।

दोनों का कार्यक्षेत्र भी महाराष्ट्र होने के कारण सामान्य शिवसैनिक सनातन संस्था के विरोधी नहीं रहे हैं। बता दें कि यदि शिवसेना कदम उठाती है, तो उसकी हिंदुत्ववादी छवि पर आंच आ सकती है।

एनसीपी कोरेगांव-भीमा के आरोपियों से केस वापस लेने की मांग कर रही है। कांग्रेस ने भी कोरेगांव-भीमा के आरोपियों से केस वापस लेने की मांग की है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में जब तीनों पार्टियों के गठबंधन की बात सामने आ थी तो तभी से ही हिंदुत्व और सेक्युलरिज्म के मुद्दे पर अलग-अलग विचार सुनाई दिए थे। हालांकि, शिवसेना द्वारा व अन्य साथी पार्टियों द्वारा इसपर एक साथ काम करने का तय हुआ था।

अब जहां सरकार बनी भी और कई दिन भी हो गए, लेकिन अब बगावती सुर भी बाहर आ गए। बता दें कि सोमवार को लोकसभा में पेश हो सकता है गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देने वाला विधेयक।