एक बार फिर से कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती पर राजनीति शुरू हो गई है। सीएम यदुरप्पा के बयानों ने सभी को चौंका दिया है।
History chapters glorifying Tipu Sultan will be removed from school text books, says Yediyurappa https://t.co/ky6OS8tG1c via @TOIBengaluru
— The Times Of India (@timesofindia) October 30, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने टीपू सुल्तान की जयंती पर कहा है कि हम उनके बारे में सबकुछ हटाने वाले हैं। येदियुरप्पा ने कहा कि किताबों में उनके बारे में जो कुछ भी लिखा है, उसे भी हम हटाने के बारे में सोच रहे हैं।
Karnataka Chief Minister, BS Yediyurappa: About Tipu Jayanti, we are going to drop everything and we are also thinking to drop everything in the textbooks about him. pic.twitter.com/sAGcsqOUVv
— ANI (@ANI) October 30, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले जुलाई में सीएम येदियुरप्पा ने कन्नड़ औक संस्कृति विभाग को टीपू जयंती नहीं मनाने का आदेश दिया। इस आदेश को कैबिनेट की बैठक के दौरान 29 जुलाई को जारी किया गया था।
इस फैसले को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर घमासान मचा था। कांग्रेस नेता और सीएम सिद्धरमैया ने टीपू जयंती को लेकर भाजपा पर हमला किया और सांप्रदायिक पार्टी बताया था।
भाजपा सरकार ने 30 जुलाई को कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को रदृ कर दिया था। यह टीपू सुल्तान की जयंती पर आयोजित होने वाला वार्षिक समारोह था।
कर्नाटक में इसका आयोजन 2015 से हो रहा था। येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता में आने के तीन दिन के अंदर ही टीपू की जयंती न मनाने का आदेश पारित किया था।