इससे पहले कंपनी ने अपने 4,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था। कंपनी ने इसके लिए वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को जिम्मेदार ठहराया था।
बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं से जुड़ी कंपनी HSBC के कर्मचारियों पर एक बार फिर नौकरी जाने की तलवार लटक रही है। कंपनी अपने 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है।
एचएसबीसी लागत को घटाने के लिए यह योजना बना रही है। फाइनेंशियल टाइम्स ने आज सोमवार को अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है।
HSBC seeks to reduce costs across the banking grouphttps://t.co/cB4MUD2jRC
— IndiaToday (@IndiaToday) October 7, 2019
इससे पहले कंपनी ने अपने 4,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था। कंपनी ने इसके लिए वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को जिम्मेदार ठहराया था।
The job cuts could be announced when HSBC reports its third-quarter results later this month, according to a media report https://t.co/8P9rS6H8Kh
— Hindustan Times (@htTweets) October 7, 2019
फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 10 हजार कर्मचारियों की यह छंटनी ज्यादा वेतन पाने वाले पदों पर होगी। रिपोर्ट के अनुसार एचएसबीसी ट्रेड वॉर, ब्रेक्जिट और गिरती ब्याज दरों से मिल रही चुनौतियों से निपटने के लिए ऐसा कर रही है।
अखबार ने रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी के नए चीफ नोएल क्विक लागत कम करने के अभियान पर लगे हुए हैं और छंटनी की प्रक्रिया उसी का हिस्सा है। गौरतलब है कि इससे पहले कंपनी के सीईओ ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।
बताया जा रहा है कि एचएसबीसी काफी समय से लागत कम करने की दिशा में योजना बनाने की तैयारी कर रही थी और इसमें कर्मचारियों की छंटनी एक अहम प्रक्रिया मानी गई।
फाइनेंशियल टाइम्स ने भी अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ऐसा ही कहा है। अखबार से सूत्रों ने कहा, “हम वर्षों से यह जानते हैं कि हमें लागत कम करने की दिशा में कुछ करने की आवश्यकता है। कंपनी में कर्मचारी, लागत का एक बड़ा भाग हैं। हम अब इसे महसूस रहे हैं।”
गौरतलब है कि एचएसबीसी ने पिछले महीने अपनी कर्मचारियों की संख्या में 2 फीसद छंटनी अर्थात 4,000 नौकरियां कम करने की घोषणा की थी। इसी समय कंपनी के सीईओ जॉन फ्लिन्ट ने भी अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी।