उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद लव जिहाद केस में अपनी मर्जी से निकाह करने का दावा करने वाली युवती को कोर्ट ने वापस ससुराल भेजने का आदेश सुनाया है।
दरअसल, युवती को नारी निकेतन में रखा गया था जबकि उसके पति और जेठ को नए धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत जेल भेज दिया गया था।
भास्कर डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, ससुराल वापस लौटी युवती ने अपने पति और जेठ की रिहाई की अपील की। आरोप लगाया है कि नारी निकेतन में उसे गलत इंजेक्शन दिया गया जिसके चलते उसका गर्भपात हो गया।
युवती ने बताया, ‘मैं 5 दिसंबर को नारी निकेतन गई थी। मुझे वहां बहुत टॉर्चर किया गया। तीन दिन से मेरे पेट में अचानक दर्द उठा। मुझे इंजेक्शन लगाए गए जिससे ब्लीडिंग बहुत ज्यादा होने लगी।
कल मैंने कोर्ट में बयान दिया। उसके बाद फिर तबीयत खराब हुई जिसके बाद इंजेक्शन लगाए गए। मेरा गर्भपात हो चुका है। पहले तो सही था लेकिन इंजेक्शन के बाद गर्भपात हो चुका है।
मैंने अपनी मर्जी से शादी की थी
युवती ने आगे कहा, ‘वैसे तो कानून ने मेरी मदद की है लेकिन मैं चाहती हूं कि मेरा पति और जेठ को घर वापस भेज दिया जाए। मैंने अपनी मर्जी से शादी की थी।
मैंने 24 जुलाई को शादी की थी। छठा महीना चल रहा है। देहरादून में शादी की थी। मैं चाहती हूं कि मेरा पति और जेठ को घर पर भेज दिए जाएं।
हिरासत में जाते वक्त चार महीने की गर्भवती थी युवती
दसअसल, अपनी मर्जी से मुस्लिम युवक से विवाह करने वाली युवती को मुरादाबाद के महिला शेल्टर होम में भेजा गया था। भयानक दर्द और ब्लीडिंग के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।
जिस समय युवती को हिरासत में लिया गया था या तो उस समय पुलिस को यह नहीं पता था कि वह चार महीने की गर्भवती है या उसने इस बात का खुलासा नहीं किया था।
रविवार को जब काफी ब्लीडिंग के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया तो यह जानकारी हुई। इससे पहले उसे शुक्रवार को भर्ती कराया गया था।