हैदराबाद: शहर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं

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हैदराबाद में डेंगू के मामलों की संख्या कई कारणों से बढ़ रही है, जिसमें कचरा नहीं उठाना भी शामिल है, जिससे मच्छरों का खतरा बढ़ रहा है।

हैदराबाद के निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। फिर भी, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने वायरल बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए कोई उचित उपाय नहीं किया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी मूकदर्शक बने हुए हैं।

हैदराबाद और सिकंदराबाद के जुड़वां शहरों के निजी अस्पतालों में कई मरीजों का इलाज किया जा रहा है। दूसरी ओर, राज्य विभाग के चिकित्सा अधिकारी इलाज किए गए रोगियों की वास्तविक संख्या का डेटा देने को तैयार नहीं हैं।


जीएचएमसी ने कुछ दिन पहले शहर के सौंदर्यीकरण और साफ-सफाई पर एक बैठक की थी, लेकिन मच्छरों के खतरे को नियंत्रित करने के उपायों पर कोई चर्चा नहीं हुई। अंबरपेट, गोलकुंडा, तोलीचौकी, सिकंदराबाद, उप्पल और मूसापेट नाम के कई इलाकों में डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं।

निजी अस्पतालों के अधिकारियों का कहना है कि वे राज्य के चिकित्सा अधिकारियों को डेंगू के मरीजों की संख्या और उनके इलाज के तरीके का उल्लेख करने के लिए उत्तरदायी हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या का कोई आंकड़ा तो जारी नहीं किया है लेकिन मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए ब्लड बैंकों से खून की खरीद से पता चलता है कि शहर में वायरल बीमारी का बोलबाला है।

ब्लड बैंक के एक एनजीओ के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रोजाना करीब 10-12 मरीजों का ब्लड लिया जा रहा है।