हैदराबाद एनकाउंटर का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में मांग की गई है कि एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। आरोपियों के परिवार ने यह भी मांग की है कि उन्हें 50 लाख हर्जाना भी दिया जाए।
परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद एनकाउंटर में मारे गए चार आरोपियों के परिवारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने मुठभेड़ में शामिल तेलंगाना के पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर, जांच और आपराधिक कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना में हैदराबाद दुष्कर्म के चार आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के मामले में अविलंब सुनवाई के लिए एक नयी याचिका का उल्लेख किया गया। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष वकील वृंदा ग्रोवर ने मामले का उल्लेख किया। यह याचिका सजया की ओर से दाखिल की गई है जो तेलंगाना उच्च न्यायालय में भी इस मामले को लेकर गई थी।
हाई कोर्ट कर चुक है जांच आयोग का गठन
सजया ने अपनी याचिका में कहा कि तेलंगाना उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका में आरोपियों के मुठभेड़ में मारे जाने की जांच की मांग की थी। और तेलंगाना उच्च न्यायालय ने मुठभेड़ में हुई मौतों का संज्ञान लेते हुए कई दिशा-निर्देश दिए थे। हालांकि बाद में शीर्ष अदालत ने दो जनहित याचिकाओं पर संज्ञान लेते हुए 12 दिसंबर को उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश वीएस सिरपुरकर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन कर मुठभेड़ की परिस्थितियों की जांच करने की जिम्मेदारी दी।
परिजनों ने दिया था फांसी देने का बयान
आपको बता दें कि इससे पहले हैदाराबाद मामले में एक आरोपी की मां ने कहा था, कि मेरे बेटे को उसी तरह जिंदा ही जला दिया जाए। जिस तरह उसने युवा महिला चिकित्सक को जलाया था। मानवता को शर्मसार करने वाले इस जघन्य सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड का एक आरोपी सी. चेन्नाकेशवुलु तेलंगाना के नारायणपेट जिले के गुडीगांडला गांव का निवासी था। जब मीडिया के लोग उसके घर पर पहुंचे थे और उसकी मां से पूछा था कि आपके हिसाब से बेटे को क्या सजा मिलनी चाहिए तो उन्होंने कहा था कि जैसा उन लोगों ने किया है वैसा ही उसके साथ होना चाहिए। केशवुलु को चाहे जला दो या फिर फांसी ही दे दो। श्यामला नाम की इस महिला ने आगे कहा कि उनकी भी एक बेटी है। और इस नाते वह समझ सकती हैं, कि पीड़िता डॉक्टर का परिवार किस तकलीफ से गुजर रहा है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ के पिता ने कहा था कि यदि उनके बेटे ने गुनाह किया है, उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।