कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात और एकांत में बातचीत के बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने उन तमाम राजनीतिक अटकलों को यह कह कर विराम लगा दिया कि उनका कांग्रेस से कुछ लेना-देना नहीं है।
"Will work to defeat BJP in 2019": In an interview with https://t.co/cbbiMG4MOD, the Bhim Army’s #ChandrashekharAzad explained his radical Ambedkarism
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— Scroll.in (@scroll_in) March 13, 2019
उन्होंने बातचीत में कहा कि बुधवार को वाड्रा से मिलने का मैं इच्छुक नहीं था लेकिन बाद में औपचारिकता के नाते उनसे मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव जब उनसे मिलीं तो यही लग रहा था कि वह एक मरीज का हालचाल पूछने आई हैं।
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पंजाब केसरी पर छपी खबर के अनुसार, भीम आर्मी प्रमुख ने बताया कि प्रियंका ने उनसे मुलाकात के दौरान राजनीति पर चर्चा नहीं की। चंद्रशेखर ने फिर कहा कि वह समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन के साथ हैं और मौका मिला तो वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
The "apolitical" meeting between @priyankagandhi, @JM_Scindia and #BhimArmy chief #ChandrashekharAzad added some fresh elements to the otherwise stale pre-election narrative in #UttarPradesh ahead of the #LokSabhaElections2019. https://t.co/axFc9DjMDK
— Firstpost (@firstpost) March 14, 2019
उल्लेखनीय है कि बुधवार शाम वाड्रा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने मेरठ के आनंद अस्पताल में भर्ती चंद्रशेखर से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद प्रियंका ने संवाददाताओं से बातचीत में उत्तर प्रदेश सरकार पर युवाओं की आवाज दबाने का आरोप लगाया था।