IMA स्कैम: 300 किलो नकली सोना बरामद!

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हलाल निवेश के नाम पर लोगों को तकरीबन 2000 करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले आईएमए के संस्थापक मंसूर खान के बारे में एक चौंका देने वाली जानकारी सामने आई है।

इस घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने मंसूर के करीबी और उसकी एक कंपनी के डायरेक्टर वसीम को गिरफ्तार किया है। वसीम से मिली जानकारी के मुताबिक जब एसआईटी ने मंसूर खान की एक बिल्डिंग के छठे फ्लोर पर रेड की तो वहां स्विमिंग पूल के नीचे से 303 किलो सोने के नकली बिस्किट बरामद किए गए हैं।

इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, एसआईटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि यह गोल्ड बिस्किट मंसूर खान के घर में छठे फ्लोर पर बने एक स्विमिंग पूल के अंदर से बरामद किए गए हैं, जांच के बाद पाया गया कि यह सारे बिस्किट नकली हैं।

एसआईटी ने यह भी कहा है कि इन नकली बिस्किट के जखीरे को दिखाकर मंसूर खान बड़े-बड़े निवेशकों को अपनी कंपनी में बड़ा पैसा निवेश करने के लिए लालच देता था। इन नकली गोल्ड बिस्किट को वह गारंटी के तौर पर दिखाता था और वह यह कहता था कि अगर निवेशकों का पैसा डूबा तो वो बिस्किट बेचकर उनके पैसे वापस लौटा देगा।

बता दें कि, मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपने व्यापार में होने वाले फायदे का हिस्सा देने का लालच देते हुए साल 2006 में मंसूर खान ने आईएमए नाम की एक कंपनी खोली थी।

इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों जैसे ज्वैलर्स, रियल एस्टेट, बुलियन ट्रेडिंग, एड्यूकेशन, मेडिकल और शेयर मार्केट आदि में लोगों से मिलने वाले पैसे को इसने इन्वेस्ट किया था और हर महीने लोगों को इंटरेस्ट देता था, पिछले कुछ समय से जब लोगों को इंटरेस्ट समय पर नहीं मिला तो लोगों ने अपना पैसा खींचना शुरू कर दिया।

फंड की कमी हुई तो कंपनी मुसीबत में आ गई और इस साल 8 जून को आईएमए का मालिक मंसूर खान बेंगलुरु से दुबई भाग गया। भारतीय एजेंसियों की मदद से उसे वापस लाया गया है।

ईडी ने पहले उसे अरेस्ट किया, ईडी अब तक उसकी कुल 209 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति को अटैच कर चुकी है। राज्य सरकार ने इस स्कैम की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।

इस मामले में एसआईटी ने अब तक एक आईएएस अधिकारी और एक मौलाना समेत 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आईएमए स्कैम का मास्टरमाइंड मंदसौर खान एसआईटी की कस्टडी में है और उससे पूछताछ जारी है।