मंत्री चार लाइन भी नहीं पढ़ पाईं मुख्यमंत्री का संदेश, बोलीं अब आगे कलेक्टर पढ़ेंगे

,

   

मध्यप्रदेश ग्वालियर के एसएएफ ग्राउंड में गणतंत्र दिवस पर बतौर मुख्यअतिथि के तौर आई महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी की अजीबों गरीब हरकत से वहां उपस्थित हर कोई हैरान रह गया।
दरअसल हुआ यूं कि प्रोटोकॉल के तहत मुख्यअतिथि इमरती देवी सुमन को मुख्यमंत्री का संदेश वाचन करना था। लेकिन टूटी फूटी हिंदी में कुछ लाइनें पढ़ने के बाद मंत्री इमरती देवी क जोर के हंस पड़ी और कहा कि आगे कलेक्टर साहब पढ़ेंगे।
मंत्री जी की इस हरकत को देखकर स्वयं पास खड़े ग्वालियर कलेक्टर भरत यादव भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। इसके बाद उन्होंने इमरती देवी की जगह पर खड़े होकर बचा हुआ संदेश पूरा किया।
डबरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक इमरती देवी कमलनाथ सरकार में मंत्री हैं, मंत्री पद के शपथ ग्रहण के दौरान भी उन्हें शपथ पढ़ने में काफी दिक्कतें आई थी। मंत्री जी 12वीं पास बावजूद इसके वो मुख्यमंत्री के संदेश तक सही से नहीं पड़ सकीं। डबरा विधानसभा सीट से लगातार तीन चुनावों में जीत दर्ज कर चुकी हैं।
संदेश के 50 शब्द भी नहीं पढ़ सकीं
कार्यक्रम के दौरान जब मंत्री ने मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन शुरु किया तो उन्हें उसे पढऩे में काफी असहजता हुई। वे मुश्किल से संदेश के 50 शब्द ही पढ़ सकीं। यहां तक की मामूली शब्द को भी पढऩे में कई बार रुकीं। जिसके बाद उन्होंने ग्वालियर कलेक्टर भरत यादव से संदेश को पूरा पढऩे को कहा और माइक से दूर जाकर खड़ीं हो गईं।
 
मानी जाती हैं सिंधिया की खास
2018 के चुनावों में उन्होंने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। वर्तमान में वह मप्र केबिनेट में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मंत्री हैं। वे कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की खास मानी जाती हैं। मप्र विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे पहले खुले मंच से सिंधिया को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की मांग इमरती देवी सुमन ने ही उठाई थी।