जब तक यहां एक हिंदू भी है ये हिंदू राष्ट्र है
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‘द आरएसएस: रोडमैप्स फॉर 21 सेंचुरी’ किताब को लॉन्च करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि “यह किताब समाज को संघ दिखाएगी और और संघ में चर्चा का विषय भी होगी।” उन्होंने कहा कि “संघ पुस्तक से बंधा नहीं है लेकिन पुस्तकें दिशा तो दिखते हैं, पुस्तक पढ़िए।”
RSS can't be bracketed into any ideology, says Chief Mohan Bhagwat.https://t.co/4x79NcanWE pic.twitter.com/i28uDysFON
— NDTV (@ndtv) October 1, 2019
आरएसएस प्रमुख ने ‘द आरएसएस: रोडमैप्स फॉर 21 सेंचुरी’ किताब को संघ के बारे में ग़लतफ़हमी को दूर करने वाली किताब भी बताया। उन्होंने कहा कि इस किताब को पढ़ने से आपको संघ के बारे में ग़लतफ़हमी नहीं होगी। इसके अलावा उन्होंने संघ के बारे में भी बताया।
The RSS cannot be bound by one specific ideology, or any ideologue, nor does the organisation believe in any particular “ism”, or doctrine, Sangh chief Mohan Bhagwat said.https://t.co/565MD5tS6x
— The Indian Express (@IndianExpress) October 2, 2019
मोहन भागवत ने कहा कि “जो सब लोगों को जोड़कर रख सकता है। जो कहे हम हिंदू नहीं हैं, आप जो भी हैं…हमारे हैं…ये मानकर पूरा समाज समृद्ध बने। ये संघ है।” उन्होंने कहा कि “विचारों की सवंतरता संघ में मान्य है। यहां अनेक मत होने के बाद भी मनभेद नहीं होता है।”
Mohan Bhagwat says the RSS is not represented completely by any book, including MG Golwalkar's bunch of thoughts.
— Vasudha Venugopal (@Vasudha156) October 1, 2019
इसके अलावा उन्होंने कहा कि “भारत हिंदू राष्ट्र है। ये सत्य है। इसे कोई नहीं बदल सकता। ना हमने बनाया, ये तो सदा से चलता आया है। जब तक यहां एक हिंदू भी है ये हिंदू राष्ट्र है। ये सत्य है। बाकी सब काल खंड और परिस्थिति के हिसाब से बदल सकता है।”