भारत ने वैश्विक पासपोर्ट रैंक में सुधार किया, अब 83वें स्थान पर है

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लंदन स्थित वैश्विक नागरिकता और निवास सलाहकार फर्म ने कहा कि भारतीय पासपोर्ट अब हेनले पासपोर्ट सूचकांक में 83वें स्थान पर है, जो पिछले साल 90वें स्थान से सात स्थान ऊपर चढ़ गया था। इसने इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन द्वारा उपलब्ध कराए गए विशेष आंकड़ों के आधार पर वर्ष 2022 के लिए रैंकिंग जारी की।

रिपोर्ट के अनुसार, जापान और सिंगापुर वर्ष 2022 के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट होने की सूची में शीर्ष पर हैं। दोनों देशों का वीजा-मुक्त स्कोर 192 है। अफगानिस्तान (रैंक 111) और इराक (रैंक 110) जारी है। क्रमशः 26 और 28 के वीज़ा-मुक्त स्कोर वाले ‘सबसे खराब पासपोर्ट रखने’ की श्रेणी में हो। पाकिस्तान का पासपोर्ट सबसे खराब या कम से कम शक्तिशाली पासपोर्ट में चौथा है।

सूचकांक में 199 विभिन्न पासपोर्ट और 227 विभिन्न गंतव्य शामिल हैं। त्रैमासिक रूप से अपडेट किया गया, हेनले पासपोर्ट इंडेक्स को वैश्विक गतिशीलता स्पेक्ट्रम पर पासपोर्ट रैंक का आकलन करने के लिए वैश्विक नागरिक और संप्रभु राज्यों के लिए मानक संदर्भ उपकरण माना जाता है।