भारत ने 14 स्थान की बड़ी छलांग लगाते हुए वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में 63वां स्थान प्राप्त किया है। गुरुवार को जारी की गई इस रैंकिंग से इस बात की जानकारी मिली है।
World Bank’s Ease of Doing business indicator | For the 3rd consecutive year, India features in the list of ten economies where business climates had improved the most#WorldBank #economyhttps://t.co/mCfGmWzEhm
— The Hindu (@the_hindu) October 24, 2019
मोदी सरकार के लिए खुशखबरी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधान सभा चुनावों के वोटों की गणना चल रही है और नतीजे आने से पहले मोदी सरकार के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है।
#BREAKING: India moves up 14 ranks to 63rd in #WorldBank's #EaseOfDoingBusiness rankings pic.twitter.com/sfEwDKnxIA
— Economic Times (@EconomicTimes) October 24, 2019
विदेशी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करेगा
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, मोदी सरकार की मेक इन इंडिया योजना और अन्य नीतियों ने विदेशी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। टॉप-10 परफॉर्मर्स में भी भारत को जगह दी गई है। भारत ने इस सूची में लगातार तीसरे वर्ष जगह बनाई है।
India has jumped 14 places to the 63rd position on the World Bank's ease of doing business ranking, riding high on the government's flagship 'Make in India' scheme#easeofdoingbusiness#WorldBank#economyhttps://t.co/bE7U1D5G6Q
— Business Standard (@bsindia) October 24, 2019
आर्थिक मंदी का भारत पर असर
यह रैंकिंग ऐसे वक़्त में जारी की गई है, जब भारतीय रिजर्व बैंक, वर्ल्ड बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और कई अलग अलग रेटिंग एजेंसियों ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती की है। सबका कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से भारत में आर्थिक मंदी का सबसे अधिक असर पड़ेगा।
भारत का रैंकिंग 142वां था
2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली दफा प्रधानमंत्री बने थे तब 190 देशों की सूची में भारत 142वें स्थान पर था। चार वर्ष में किए गए सुधारों की वजह से भारत 2018 में वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंक में शीर्ष 100 की सूची में शामिल हो गया था। 2017 में भारत इस लिस्ट में 130वें पायदान पर था।