फेक न्यूज़ प्रसारित करने के मामले में अदालत से ‘सुदर्शन टीवी’ को झटका लगा है। केरल की कोझिकोड उप अदालत ने चैनल को 50 लाख रुपए बतौर मुआवजा पीड़ित पक्ष को अदा करने का आदेश दिया है। कोर्ट का यह फैसला फेक न्यूज़ के कारोबार पर लगाम लगाने में सहायक साबित हो सकता है।
Kerala Court imposes Rs 50 lakh fine on anti-Muslim Channel Sudarshan TVhttps://t.co/78fdt0SAt6
— The News India (@thenewsindiain) March 14, 2019
हीरा कंपनी मालाबार गोल्ड और उसके निदेशक एमपी अहमद ने दिल्ली स्थित ‘सुदर्शन टीवी’ और इसके संपादक सुरेश चव्हाण के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने के लिए मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मसले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश आर राजेश ने मंगलवार को ‘सुदर्शन टीवी’ को मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपए मालाबार गोल्ड को देने का फैसला सुनाया।
It is now official @SudarshanTVnews is Ku-Darshan TV.
A court has slapped a fine of 50 Lacs on Sudarshan TV for running a fake video on Malabar Gold.
This channel is run by Suresh Chavanke,who is nothing but a bigot.https://t.co/iLTELbc3jc— Sarabjit Singh Saini (AAP) ORGAN DONOR (@sarabjitsingh61) March 12, 2019
मालाबार गोल्ड ने अपनी शिकायत में कहा था कि ‘सुदर्शन टीवी’ ने एक फर्जी कॉम्पैक्ट डिस्क के दृश्यों को प्रसारित करके कंपनी की साख को प्रभावित करने का प्रयास किया। डिस्क में दिखाया गया था कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में दुबई स्थित एक फाइनेंशियल कंपनी द्वारा समारोह आयोजित किया गया, लेकिन चैनल ने उसे इस तरह पेश किया जैसे यह आयोजन मालाबार गोल्ड की तरफ से चेन्नई में आयोजित किया गया था।
Court directs Delhi based #SudarshanTV to Pay 50 Lacs Compensation to #MalarbarGold ..#MPAhammed @Umanathv @vijaytvnews4u @yohanpchawla @medianews4uhttps://t.co/Wc9jmiCBoj
— medianews4u.com (@medianews4u) March 12, 2019
‘सुदर्शन टीवी’ पर यह विजुअल्स 20 अगस्त को प्रसारित किये गए, जिसके बाद कंपनी और उसके निदेशक अहमद ने यह आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया कि ‘सुदर्शन टीवी’ ने मालाबार गोल्ड की प्रतिष्ठा को बदनाम करने के लिए उसने व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे फर्जी न्यूज़ प्रसारित की।
फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कंपनी के निदेशक एमपी अहमद ने कहा कि अदालत का यह फैसला मालाबार गोल्ड के रुख की पुष्टि करता है और यह न्याय की जीत है। इससे पहले मालाबार गोल्ड द्वारा दायर इसी तरह के एक मामले में दुबई की अदालत ने दुबई स्थित एक फाइनेंशियल कंपनी के कर्मचारी को दोषी करार दिया था।
साभार- सामाचार फॉर मीडिया( samachar4media.com)