भारत पाकिस्तान को अलग-थलग करने की ओर अग्रसर

   

गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए भारत ने कदम आगे बढ़ा दिए हैं. विदेश सचिव विजय गोखले ने इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के P5 देशों के राजनयिकों से मुलाकात की है. इस मुलाकात में उन्होंने इन देशों को आतंकवाद के समर्थन में पाकिस्तान की भागीदारी के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही गोखले ने यूरोप और एशिया के कई अहम देशों से इस मामले पर बातचीत की है. UNSC के P5 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस और चीन शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने शुक्रवार को P5 देशों समेत 25 देशों के प्रतिनिधियों से इस मामले में बात की.

यह बैठक सरकार द्वारा पाकिस्तान के पूरे विश्व से पूर्ण अलगाव के लिए उठाये गए कदम का अहम हिस्सा है. सरकार पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पूर्ण अलगाव सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव राजनयिक कदम उठाएगी. मालूम हो कि दक्षिण कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों के वाहन पर कार बम विस्फोट के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में भारत ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों से संचालित होने वाले आतंकवादी समूहों पर प्रतिबंध लगाने के प्रयासों के बारे में याद दिलाया था. यह भी बताया गया था कि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में नामित करने का प्रयास अब भी लंबित है.

वैसे, P5 देशों में शामिल चीन भारत की इस मांग पर अड़ंगा लगा रहा है. UNSC की वैश्विक आतंकियों की लिस्ट में मसूद अजहर का नाम जोड़े जाने के मामले पर शुक्रवार को जब चीन से उसके रुख के बारे में पूछा गया, तो उसने अपने पुराने रुख पर ही कायम रहने की बात की. चीन ने जैश-ए-मोहम्मद के CRPF पर किये गए पुलवामा हमले की निंदा की है.

पुलवामा की घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से व्यापार के लिहाज से सबसे तरजीही देश का दर्जा वापस ले लिया है। इसके बाद पाकिस्तान से भारत में आयात किए जाने वाले सभी तरह के सामान पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया है।’’

सीमाशुल्क में बढ़ोत्तरी से पाकिस्तान से भारत को किया जाने वाले निर्यात पर काफी बुरा असर पड़ेगा। वर्ष 2017-18 में पाकिस्तान से भारत को 3,482.3 करोड़ रुपये यानी 48.85 करोड़ डॉलर का निर्यात किया गया था। पाकिस्तान प्रमुख तौर पर भारत को ताजे फल, सीमेंट, बड़े पैमाने पर खनिज एवं अयस्क और तैयार चमड़ा निर्यात करता है।