“भारतीय सैनिकों पर फिदायीन हमला करने वाले देश और इंसानियत के दुश्मन है”

   

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में जवानों की शहादत पर देश के नेतृत्व के साथ ही आम जनमानस भी आक्रोश से भर उठा है। हमले के बाद शायद ही कोई जुबां रही हो जहां से आक्रोश के स्वर न फूटे होों।

दो दर्जन से अधिक राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने पाकिस्तान-आतंकवाद के पुतले फूंके और पाकिस्तान के झंडे जलाए। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित लोगों ने मोदी सरकार को चिट्ठी लिखकर दूसरे सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की।


जागरण डॉट कॉम के अनुसार, विरोध करने वालों ने पाक पीएम इमरान खान का पुतला फूंका। शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस समेत अन्य दलों ने देर शाम रामलीला ग्राउंड से कैंडल मार्च निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। जो आतंकवादी है।

मस्जिद अल बरकात पर जुमे की नमाज के बाद सीआरपीएफ के शहीद जवानों को मुस्लिम समाज के लोगों ने श्रद्धांजलि दी। डॉ. रईस अहमद अब्बासी ने कहा कि जो आतंकवादी है वह मुस्लिम नहीं हो सकता।

जैश ए मोहम्मद व आतंक को खत्म करने के लिए सरकार के साथ देश का हर मुसलमान है। सरकार सख्ती से कार्रवाई करे। मुस्लिमों ने पुतले भी फूंके। जुलूस में डा. अब्बासी, हाफिज नदीम हुसैन, वाहिद, साबिर हुसैन, युसूफ, शहीद कुरैशी, अफरोज, समीर खान आदि मौजूद रहे।