ऐसे लोग बहुत कम हैं, जो बिना संकोच करें किसी की भी मदद को हमेशा तैयार रहते हैं। यह ऑटो-रिक्शा चालक भी उन्हीं में से एक है, जिसकी प्रशंसा अब हर कोई कर रहा है।
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, सागर कमलाकर गवाद नामक शख्स ने मुंबई में एक रेलवे प्लेटफॉर्म पर अपने वाहन को एक महिला की मदद के लिए उतार दिया। यह मामला 4 अगस्त को विरार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म का है।
चालक को पता चला था कि महिला गर्भवती है और उन्हें लेबर पेन हो रहा है। मुबंई लोकल में अपने पति के साथ जा रही महिला को पेन हो रहा था, लेकिन ट्रेन विरार रेलवे स्टेशन पर रुक गई। भारी बारिश से ट्रेन लेट हो रही थी।
#WATCH Mumbai:Auto-rickshaw driver took rickshaw on platform at Virar Railway Station on Aug4 to pick a pregnant woman to take her to the hospital.RPF didn't arrest him immediately as the "lady was in extreme labour pain,but he was later arrested&released with a warning by court" pic.twitter.com/eckppwGtr2
— ANI (@ANI) August 6, 2019
वहीं, महिला का दर्द बढ़ता जा रहा था। फिर महिला का पति स्टेशन के बाहर पहुंचा तो उन्हें वहां एक ऑटो-रिक्शा दिखा और गर्भवती महिला की परेशानी को सुन ऑटो ड्राइवर ने ऑटो रिक्शा को स्टेशन पर उतार दिया।
महिला को लोकल ट्रेन से उतारकर ऑटो में बैठाया गया। जहां फिर शुरू हुई जल्द से जल्द अस्पलात पहुंचने की कोशिश। ऑटो ड्राइवर ने प्लेटफॉर्म पर ही ऑटो दौड़ा दिया और महिला अस्पताल पहुंचाया। ऑटो रिक्शे का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, उन्हें मदद के लिए सराहा भी जा रहा है।
विरार आरपीएफ, पुलिस इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार यादव ने एएनआई को बताया, ‘अपनी पत्नी की हालत देखकर पति घबरा गया और मदद मांगने के लिए स्टेशन से बाहर निकल आया। उन्होंने गवाद को वहां देखा, जिसके ऑटो प्लेटफॉर्म नंबर दो के ठीक बगल में ऑटो पार्किंग में खड़ा था। उन्होंने गावद से आग्रह किया। उसकी मदद करें, जिसके बाद, वह अपने ऑटो रिक्शा को रेलवे प्लेटफॉर्म पर ले आया’।
हालांकि, सागर कमलाकर गवाद को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मगर गवाद को सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां चेतावनी देते हुए उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।