बर्फ में फिसलने के बाद पाकिस्‍तान में जा गिरा सेना का जवान

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भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात राजेंद्र सिंह नेगी के घरवालों का इस समय रो-रोकर बुरा हाल है। हवलदार नेगी के घरवालों को पिछले दिनों उनकी यूनिट की तरफ से खबर मिली थी कि वह लापता है। इसके बाद जो नई जानकारी उनके बारे में आई वह दिल तोड़ने वाली थी। नेगी गलती से पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) पहुंच गए हैं। अब घरवालों ने सरकार से उनकी वापसी की अपील की है। घरवाले कह रहे हैं कि जिस तरह से सरकार ने पिछले वर्ष फरवरी में विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की वापसी की कोशिशें की थी, वैसी ही कोशिशें उन्‍हें भी देश वापस लाने के लिए की जाएं।

घटना आठ जनवरी की है और हवलदार नेगी कश्‍मीर के गुलमर्ग में ड्यूटी पर तैनात थे। इस दिन ही उनकी पत्‍नी राजेश्‍वरी के पास उनकी यूनिट से फोन आया। इस कॉल में उन्‍हें बताया गया था कि उनके पति बर्फबारी के बाद से गायब हैं। कई घंटों बाद पता चल सका कि हवलदार नेगी का पैर फिसल गया था और वह एलओसी के दूसरी तरफ यानी पाकिस्‍तान में गिर गए। यह बात सुनते ही उनकी पत्‍नी और परिवार के दूसरे सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

नेगी के परिवार ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह उनकी पाकिस्‍तान से सुरक्षित और जल्‍द रिहाई सुनिश्चित करे। सेना के सूत्रों की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक सर्च एंड रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन जारी है। नेगी को पाक से सुरक्षित वापस लाने के सभी प्रयास जारी हैं। हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी, देहरादनू के अंबीवाला सैनिक कॉलोनी के रहने वाले हैं। उन्‍होंने साल 2002 में गढ़वाल राइफल्‍स को ज्‍वॉइन किया था।

वह एक माह की छुट्टी के बाद अक्‍टूबर में यूनिट में वापस आए थे और फिर उनकी पोस्टिंग नवंबर में गुलमर्ग में हो गई थी। बताया जा रहा है कि नेगी का पैर फिसलने के एक या दो दिन बाद उनकी यूनिट से संपर्क किया गया था। जब से उनकी यूनिट की तरफ से परिवार को जानकारी दी गई है, तब से फोन की हर घंटी पर घरवालों को लगता है कि उनकी कई नई खबर आई है।