यूरोपियन यूनियन के सांसद सोमवार को भारत दौरे पर आए. मंगलवार यानी आज प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद पहली बार किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल का दौरा है
#WATCH Delhi: Congress leader Ghulam Nabi Azad says, "I don't have an objection to the European Union Parliament delegation visiting Jammu and Kashmir. What I object to, is that the MPs of this country are not being allowed to go to Jammu and Kashmir….It's a conducted tour…" pic.twitter.com/7mlrlSK3pD
— ANI (@ANI) October 29, 2019
न्यूज़ स्टेट पर छपी खबर के अनुसार, इस दौरे को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की आलोचना और विरोध किया है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यूरोपियन यूनियन सांसद के जम्मू-कश्मीर के दौरे को लेकर मुझे कोई आपत्ति नहीं है।
मुझे इस पर आपत्ति है कि देश के सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत नहीं है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक आयोजित दौरा है।
कांग्रेस लगातार सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है। इसके अलावा बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी दौरा रद्द करने की मांग की थी।
यूरोपीय सांसद के प्रतिनिधिमंडल के कश्मीर दौरे पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इसके बाद बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने खुद केंद्र के इस रवैये पर विरोध किया है।
कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह देश की संसद और लोकतंत्र का अपमान है।
कांग्रेस ने सवालिया लहजे में पूछा कि अगर यूरोपीय सांसद के प्रतिनिधिमंडल को जम्मू-कश्मीर जाने का मौका मिल रहा है तो यह अवसर विपक्ष को क्यों नहीं मिला।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने खुद केंद्र सरकार के इस रवैये पर हैरानी जताई है। बता दें कि यूरोपीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाएगा।