संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारतीय मूल की कर्मी आकांक्षा अरोड़ा ने अगले महासचिव के लिए अपनी उम्मदवारी की घोषणा की है।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, आकांक्षा संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम में लेखा परीक्षा समन्वयक के तौर पर कार्यरत हैं।
वह संयुक्त राष्ट्र के मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुतेरस के खिलाफ उम्मीदवारी की घोषणा करने वाली पहली शख्स हैं।
खास बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में कोई भी महिला यूएन की महासचिव नहीं बनी है।
महासचिव गुतेरस दूसरे कार्यकाल के लिए अपनी उम्मीदवारी पहले ही पेश कर चुके हैं। 34 वर्षीय आकांक्षा ने कहा कि वह दुनिया के शीर्ष राजनयिक पद के लिए चुनाव में उतरेंगी। इसके लिए वह ‘अरोड़ा फॉर एसजी’ मुहिम इसी माह शुरू करेंगी।
उन्होंने अपने ढाई मिनट के वीडियो संदेश में कहा, ‘मेरे जैसे पदों पर काम करने वालों से प्रभार संभाल रहे लोगों के खिलाफ खड़े होने की अपेक्षा नहीं की जाती है।
हमसे यह अपेक्षा की जाती है कि हम अपनी बारी का इंतजार करें। पुरानी प्रक्रिया के तहत काम करते रहें। काम पर जाएं। अपने सिर को झुकाकर रखें और दुनिया जैसी है, उसे स्वीकार कर लें।
आकांक्षा ने कहा कि उनसे पहले आए लोग संयुक्त राष्ट्र को जवाबदेह बनाने में नाकाम रहे हैं और इसलिए वह महासचिव के पद पर चुनाव लड़ रही हैं।’