विकसित देशों की तुलना में भारत की कोविड दर अब भी संभली हुई है: पीएम

,

   

पीएम नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को डॉक्टर्स डे के मौके पर देश के चिकित्सकों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में देश के डॉक्टरों ने लाखों लोगों की जान बचाई।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, कई डॉक्टरों ने इलाज के दौरान अपने जीवन की आहुति दे दी। कोरोना के दौरान हमारे डॉक्टरों ने जिस तरह से देश की सेवा की है, वह अपने आप में एक प्रेरणा है, डॉक्टरों को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है।

अपनी सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान हमने अपने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, इस साल स्वास्थ्य सेवा के लिए दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटन है।

देश में एम्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य बजट इस साल दोगुना किया गया है।

पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने डॉक्टर्स के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए पिछले वर्ष ही कानून में कई कड़े प्रावधान किए। इसके साथ ही हम अपने कोविड वारियर्स के लिए फ्री इंश्योरेंस कवर स्कीम भी लेकर आए हैं।


कोरोना के दौरान हम प्रति लाख जनसंख्या में संक्रमण, मृत्यु दर देखें तो भारत की स्थिति बड़े बड़े विकसित और समृद्ध देशों की तुलना में कहीं संभली हुई रही है।

किसी एक जीवन का असमय समाप्त होना उतना ही दुखद है, लेकिन भारत ने कोरोना से लाखों का जीवन बचाया भी है। मैं 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से सभी डॉक्टर्स को धन्यवाद देता हूं, आभार प्रकट करता हूं।

डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है। कई बार ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे, लेकिन डॉक्टर्स ऐसे मौकों पर किसी देवदूत की तरह जीवन की दिशा बदल देते हैं।