पुरी दुनिया में तेजी से फैल रही है इस्लामोफ़ोबिया!

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न्यूज़ीलैंड के क्राईस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पूरी दुनिया स्तब्ध है, दरअसल न्यूज़ीलैंड एक बेहद ही शांतिप्रिय देश माना जाता है। एक ऑस्ट्रेलियाई श्वेत दक्षिणपंथी आतंकवादी द्वारा किये गए इस हमले में 49 लोगों की मृत्यु हुई और लगभग 20 लोग घायल हैं।

हमलावर ने एक हैलमेट पहना हुआ था और उसपर कैमेरा लगाया हुआ था। जिससे वह फ़ेसबुक और इन्स्टाग्राम पर इस हमले की लाईव स्ट्रीमिंग कर रहा था, जोकि बेहद ही भयावह था।

एक तरफ़ इस हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है, तो वहीं दूसरी तरफ़ इस्लामोफ़ोबिया से ग्रस्त लोग इस हमले पर अपनी ख़ुशी व्यक्त करने से पीछे नहीं रह रहे हैं। कुछ दक्षिणपंथी विचारधारा के लोग तो बाक़ायदा वीडियो बनाकर इस हमले को जस्टिफाई करने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं।

हमले को जस्टीफ़ाई कर रहे ऑस्ट्रेलियाई सांसद का हुआ विरोध
एक ऑस्ट्रेलियाई सांसद द्वारा जब मीडिया के सामने इस आतंकी हमले को सही ठहराने की कोशिश हुई, तो एक ऑस्ट्रेलियाई किशोर ने सांसद के सर पर अंडा फोड़कर विरोध जताया।

जिसके बाद सांसद और उस किशोर के बीच हल्की फुल्की झड़प भी हुई। आर सुरक्षा गार्ड और वहां मौजूद लोगों के द्वारा दोनों को अलग किया गया। बाद में उस किशोर को पुलिस के द्वारा छोड़ दिया गया।

इस पूरे मामले में बेहद ही घिनौना रूप भारतीय दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े लोगों का सामने आया। पूरा सोशलमीडिया दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े लोगों की घटिया मानसिकता के खिलाफ एक जुट नज़र आया।

दरअसल जिस तरह से इस हमले पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए, भारत में भी ऐसे हमले करने की बात करते लोगों के कमेन्ट यह दर्शा रहेहैं, कि इस्लामोफ़ोबिया किस हद्द तक भारतीय जनमानस में समां गया है. किस तरह से ओपन प्लेटफोर्म में हिंसा की बात की जा रही है, अर्थात लोगों के अंदर से क़ानून का भय समाप्त हो चुका है।

ऐसे बहुत से घृणा फैलाने वाले कमेंट्स के स्क्रीनशॉट सोशलमीडिया में फ़ैल रहे थे, हमने ऐसी ही कुछ घटिया मानसिकता के साथ कमेंट करने वालों की पड़ताल की, आखिर कौन हैं ये लोग? जो इस तरह की मानसिकता का प्रदर्शन कर समाज और देश के लिए खतरा बने हुए हैं।

साभार- ‘tribunehindi.com’