तनाव के बीच ईरान और अमेरिका में हो सकती है बातचीत!

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अमेरिका और ईरान के बीच चल रही तनातनी में अब कुछ गिरावट आने की उम्‍मीद बंधी है। इसकी वजह ईरान के राष्‍ट्रपति हसन रुहानी का वो बयान है जिसमें उन्‍होंने कहा है कि ईरान-अमेरिका से बातचीत कर सकता है। लेकिन, इसके लिए ईरान ने शर्तें लगाई हैं। रुहानी का कहना है कि यदि अमेरिका उस पर लगाए प्रतिबंधों को खत्‍म करता है तभी ये बातचीत संभव है।

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, रुहानी के बयान फिलहाल अमेरिका ने अपने पत्‍ते नहीं खोले हैं। लेकिन, जिस तरह से ईरान ने शर्तों के साथ बातचीत की बात कही है उससे इस बात की कम ही उम्‍मीद है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप उनके इस प्रस्‍ताव पर कोई तवज्‍जो देंगे। ऐसा इसलिए भी है क्‍योंकि उत्तर कोरिया अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों को खत्‍म करने के लिए अमेरिका से तीन बार विफल वार्ता कर चुका है।

गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा ईरान से हुई परमाणु डील को रद करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ा है। इस तनाव में ईरान के दो कदमों ने आग में घी डालने का काम किया है।

इसमें से एक अमेरिकी ड्रोन को मार गिराना और दूसरा न्‍यूक्लियर डील से खुद को अलग करना। इन दोनों कदमों पर परमाणु डील से जुड़े देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। इसके बाद भी न्‍यूक्लियर डील से खुद को अलग करने पर ब्रिटेन अमेरिका से काफी चिढ़ा हुआ है।

अमेरिका में मौजूद ब्रिटेन के राजदूत ने तो राष्‍ट्रपति ट्रंप के इस कदम को कूटनीतिक बर्बरता तक करार दे दिया है। वहीं दूसरी तरफ फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने अमेरिका-ईरान के बीच आए तनाव को कम करने के लिए वार्ता में मध्‍यस्‍थ बनने की अपील की है।