ईरान ने 18 जून को राष्ट्रपति चुनाव में सात उम्मीदवारों को लड़ने की मंजूरी दी

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ईरान ने देश में 18 जून को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए सात उम्मीदवारों के नामों को मंगलवार को मंजूरी दे दी, जिनमें एक कट्टरपंथी मौलवी का नाम भी शामिल है।

अमृत विचार पर छपी खबर के अनुसार, वहीं देश के मौजूदा राष्ट्रपति के सहयोगियों और प्रमुख उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोक दिया गया है। परमाणु करार पर पश्चिम के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच यह कदम उठाया गया है।

देश के सरकारी टेलीविजन में इन नामों की घोषणा की गई। इनमें न्यायपालिका प्रमुख इब्राहिम रइसी को इस प्रमुख पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है। रइसी का नाम 1988 में हुए सामूहिक जनसंहार से भी जुड़ा रहा है।

सभी सातों उम्मीदवारों के नामों में से रइसी को इस पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है और चुनावपूर्व सर्वेक्षण दिखा रहे हैं कि उनके भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को ईरानी लोगों का अच्छा समर्थन मिला था। रइसी को ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला खामनेई का भी करीबी माना जाता है।

ईरान की ‘गार्डियन काउंसिल’ ने संसद के पूर्व अध्यक्ष अली लारिजानी के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई है। लारिजानी ने इस बात के संकेत दिए है कि वह इस निर्णय को चुनौती नहीं देंगे।

राज्य टेलीविजन में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई लेकिन इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि संसद के पूर्व स्पीकर अली लारिजानी को चुनाव लड़ने से रोका गया है।

इनके अलावा पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद और रूहानी के वरिष्ठ उप राष्ट्रपति इसाक जहांगीरी को भी चुनाव लड़ने से रोका गया है।

सरकारी टेलीविजन ने गार्डियन काउंसिल के प्रवक्ता अब्बास अली कदखोदेई के हवाले से कहा कि 590 नामों में से केवल सात नामों को मंजूर किया गया है।