सऊदी अरब से रिश्ते बेहतर करने में कोई मुश्किल नहीं है- ईरान

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ईरान के राष्ट्रपति रूहानी का कहना है कि पश्चिमी एशिया के देशों को क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। हसन रूहानी ने कहा है कि क्षेत्रीय सुरक्षा के बारे में ईरान, हुरमुज़ शांति योजना पेश कर चुका है।

पार्स टुडे डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने मंगलवार को तेहरान में ओमान के विदेशमंत्री यूसुफ़ बिन अलवी से भेंट की। इस भेंट में ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि क्षेत्रीय देशों के बीच एकता और बंधुत्व के अतिरिक्त कोई अन्य मार्ग नहीं है।

उन्होंने कहा कि सहकारिता को विस्तृत करते हुए हमें क्षेत्रीय विशेषकर फ़ार्स की खाड़ी और हुरमुज़ जलडमरू मध्य में शांति स्थापित करनी चाहिए। ईरान के राष्ट्रपति का कहना था कि विदेशियों में हस्तक्षेप करने का हमें कोई अवसर उपलब्ध नहीं करना चाहिए।

राष्ट्रपति रूहानी ने यमन संकट को क्षेत्र की जटिल समस्या बताते हुए कहा कि इस युद्ध से रक्तपात और विनाश के अतिरिक्त कुछ भी हासिल नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि अमरीका और यूरोप, यमन में शांति स्थापना के इच्छुक नहीं हैं बल्कि वे अपने हथियार बेचने के प्रयास कर रहे हैं।

ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि हम सबको यह प्रयास करने चाहिए कि यमन का युद्ध जितनी जल्दी हो सके समाप्त हो जाए ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके।

राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ संबन्ध विस्तार करने और सऊदी अरब के साथ संबन्धों को पुनः आरंभ करने में कोई मुश्किल नहीं है।

उन्होंने कहा कि सीरिया, इराक़ और लेबनान के बारे में सऊदी अरब की नीति की कोई भी उपलब्धि सामने नहीं आई अतः सऊदी अरब के अधिकारियो को इस बारे में अपनी नीति बदलनी चाहिए।

ईरान के राष्ट्रपति ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ओमान, क्षेत्र में व्यापारिक केन्द्र बन सकता है, द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर बल दिया।

इस भेंटवार्ता में ओमान के विदेशमंत्री यूसुफ़ बिन अलवी ने ईरान के साथ ओमान के संबन्धों को समस्त क्षेत्रीय देशों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि ईरान की ओर से पेश की गई हुरमुज़ शांति योजना, निश्चित रूप में सभी के हित में है जो क्षेत्रीय देशों में शांति एवं सुरक्षा का कारण बनेगी।