सऊदी अरब से दोस्ती पर ईरान ने दिया बड़ा बयान!

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अगर सऊदी अरब की सरकार इस नतीजे पर पहुंच जाए कि दूसरों से हथियार ख़रीद कर और अपनी संप्रभुता दूसरों के हाथ में देकर सुरक्षा हासिल नहीं की जा सकती और वह क्षेत्र की ओर लौट आए तो निश्चित रूप से ईरान खुल कर उसका स्वागत करेगा

विदेश मंत्री ने कहा है कि ईरान ने परमाणु समझौते का उल्लंघन नहीं किया है इस लिए यूरोप वाले उसके विरुद्ध कार्यवाही नहीं कर सकते।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, डाॅक्टर मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए ईरान की ओर से परमाणु समझौते की कटिबद्धताओं के स्तर को कम करने की प्रक्रिया जारी रहने की स्थिति में इस समझौते से बाहर निकलने के यूरोप के दावे के बारे में कहा कि बात, परमाणु समझौते से निकलने की नहीं बल्कि मतभेदों को हल करने की है।

उन्होंने कहा कि यूरोप परमाणु समझौते के अंतर्गत भरपाई वाले क़दम नहीं उठ सकता क्योंकि क़ानूनी दृष्टि से उसकी कोई ख़ास स्थिति नहीं है। विदेश मंत्री ने कहा कि अगर यूरोप वाले अपने वादों का पालन नहीं करते तो ईरान, परमाणु समझौते के अंतर्गत अपनी कटिबद्धताओं के स्तर को कम करने की प्रक्रिया जारी रखेगा।

विदेश मंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने फ़्रान्स के राष्ट्रपति की चार सूत्रीय योजना के बारे में कहा कि इमैनुएल मैक्रां की इस योजना में ईरान की नीतियों को सही ढंग से पेश नहीं किया गया है।

उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कि ईरान, परमाणु हथियार बनाने के प्रयास में नहीं है, कहा कि तेहरान हमेशा से फ़ार्स की खाड़ी की सुरक्षा और सुरक्षित जहाज़रानी का इच्छुक रहा है लेकिन दूसरों ने इसमें रुकावट डाली है।

ईरान के विदेश मंत्री ने इस सवाल के जवाब में कि क्या सऊदी अरब ने ईरान से वार्ता के लिए हरी झंडी दिखाई है? कहा कि अगर सऊदी अरब की सरकार इस नतीजे पर पहुंच जाए कि दूसरों से हथियार ख़रीद कर और अपनी संप्रभुता दूसरों के हाथ में देकर सुरक्षा हासिल नहीं की जा सकती और वह क्षेत्र की ओर लौट आए तो निश्चित रूप से ईरान खुल कर उसका स्वागत करेगा।