तेहरान: ईरान (Iran) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने में मदद पर अमेरिका को दो टूक जवाब दिया है. ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रीफ (Javed Zarif) ने ट्वीट कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला बोला है. विदेश मंत्री जावेद ज़रीफ ने अपने ट्वीट में लिखा है- ‘ईरान मानव और प्राकृतिक संपदा से भरापूरा है. हमें डोनाल्ड ट्रंप के दान की जरूरत नहीं है. वो ट्रंप, जो ऐसे स्रोतों से वेंटिलेटर्स खरीदने को मजबूर हैं, जिनपर उन्होंने खुद प्रतिबंध लगाए हैं. हम उनसे सिर्फ इतना चाहते हैं कि वो ईरान पर तेल और दूसरी चीजों को बेचने पर लगाया प्रतिबंध हटा लें ताकि हम जरूरत का सामान खरीद सकें और उसकी रकम चुका पाएं.’
ईरान बुरी तरह से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार तक वायरस संक्रमण के 62 हजार मामले सामने आ चुके हैं. इस वायरस की चपेट में आकर 4 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. ईरान के एक अधिकारी ने बताया है कि संक्रमण के मामले सरकारी आंकड़ों से कहीं अधिक हो सकते हैं.
ईरान में नहीं पता चल रहे हैं संक्रमण के वास्तविक आंकड़े
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कियुंश जहांपुर ने स्टेट टेलीविजन को बताया है कि वायरस संक्रमण की वजह से पिछली रात 133 लोगों ने दम तोड़ दिया. ईरान में मौत का आधिकारिक आंकड़ा 3,872 का है. कहा जा रहा है करीब 4 हजार मरीज गंभीर तौर पर बीमार हैं. संक्रमण के 2,089 नए मामले सामने आए हैं.
ईरान पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखे हैं, जिसकी वजह से कई देशों के साथ उसके व्यावसायिक रिश्तों पर असर पड़ा है. कोरोना वायरस से लड़ने में ईरान को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ईरान के विदेश मंत्री इसको लेकर अमेरिका पर हमले करते रहे हैं. इसके पहले बीते गुरुवार को भी उन्होंने ट्रंप को निशाने पर लिया था.
अमेरिकी प्रतिबंधों का विरोध करता रहा है ईरान
एक ट्वीट में जावेद ज़रीफ ने कहा था कि ‘तेहरान का कोई दुश्मन नहीं है, उसके सिर्फ दोस्त हैं. अमेरिका की तरह किसी के भी लाखों दुश्मन नहीं हैं, जो झूठ बोलता है, धोखे देता है और हत्याएं करवाता है. ईरान सिर्फ अपनी आत्मरक्षा में कार्रवाई करता है. ईरान किसी के खिलाफ जंग नहीं छेड़ता, लेकिन जो लोग ऐसा करते हैं, उन्हें सबक जरूर सिखाता है.’
ईरान और अमेरिका के रिश्तों में उस वक्त से ही तनाव है, जब अमेरिका ने अपने ड्रोन हमले में ईरान के कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. इराक में हुए इस अमेरिकी ड्रोन हमले के जवाब में ईरान ने भी इराक के अमेरिकी सैन्य बेस को निशाना बनाते हुए रॉकेट से हमले किए थे.