ईरान को एक बड़ा खजाना हासिल हुआ है। इस खजाने से उसकी दौलत में भारी बढ़ोतरी होगी
ईरान में एक नए तेल भंडार का पता चला है जहां 50 अरब बैरल से ज्यादा पेट्रोलियम मौजूद है।
डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, क्षमता के लिहाज से यह ईरान का दूसरा सबसे बड़ा तेल भंडार होगा। ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने रविवार को इस नए तेल भंडार की खोज का एलान किया।
उन्होंने बताया कि देश में मौजूद तेल का ज्ञात भंडार अब इस खोज के बाद करीब एक तिहाई बढ़ गया है। हालांकि हसन रोहानी का यह एलान ऐसे वक्त में आया है जब ईरान अमेरिकी प्रतिबंधों के साए में अपना तेल बेचने के लिए संघर्ष कर रहा है।
परमाणु करार से बाहर होने के बाद अमेरिका लगातार ईरान पर प्रतिबंधों का घेरा कस रहा है
रोहानी ने यह एलान रेगिस्तानी शहर यज्द में एक भाषण के दौरान किया। उन्होंने बताया कि तेल का यह कुआं ईरान के दक्षिणी जुजेस्तारन प्रांत में है जहां ईरानी तेल उद्योग का गढ़ है। उन्होंने बताया कि ईरान के ज्ञात 150 अरब बैरल तेल भंडार में अब 53 अरब बैरल और जुड़ जाएंगे।
रोहानी ने कहा, मैं व्हाइट हाउस को बता रहा हूं कि जब तुमने ईरानी तेल की बिक्री पर प्रतिबंध लगा कर हमारे देश पर दबाव बढ़ा दिया है तब हमारे देश के प्यारे मजदूरों और इंजीनियरों ने एक बड़े कुएं से 53 अरब बैरल तेल की खोज की है।
यहां तेल का मतलब वह कच्चा तेल है जिसे धरती से निकालना आर्थिक रूप से मुमकिन है।
तेल के अलग अलग मानकों के आधार पर भविष्य में आंकड़ों में बदलाव हो सकता है। हालांकि तेल उत्पादक देशों के बीच तुलना के लिए यह एक आधार के रूप में हमेशा काम करेगा।
वर्तमान में ईरान कच्चे तेल के भंडार के लिहाज से दुनिया का चौथा और प्राकृतिक गैस के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा देश है। इसके कई भंडार सतह से दूर फारस की खाड़ी में भी मौजूद हैं।
इनका एक सिरा कतर से जा मिलता है। अहवाज में ईरान का सबसे बड़ा तेल भंडार है जहां करीब 65 अरब बैरल तेल मौजूद है। इसके बाद इस नए खोजे इलाके का नंबर आता है। करीब 2400 वर्ग किलोमीटर में फैले इस तेल भंडार में 80 मीटर की गहराई पर कच्चा तेल मिला है।