क्या सऊदी तेल रिफाइनरी पर हमले में ईरान का हाथ है?

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सऊदी अरब के रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता ने लोहे कुछ कल-पुर्ज़ों को पेश करके दावा किया है कि यह चीज़ें सिद्ध करती है कि सऊदी तेल रिफाइनरी पर हमले में ईरान का हाथ है।

तुर्की अलमालेकी ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया है कि सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हमले में ईरानी हथियारों का प्रयोग किया गया।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, सऊदी अरब के रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता तुर्की अलमालेकी ने दावा किया है कि इस हमले में प्रयोग होने वाले ड्रोन और मिसाइल, ईरान के बने हुए हैं।

इससे पहले सऊदी अरब के विदेशमंत्री भी सोमवार की रात दावा कर चुके हैं कि हमारे तेल प्रतिष्ठानों पर हमले में ईरानी हथियार प्रयोग किये गए हैं।

उल्लेखनीय है कि अमरीका तथा संयुक्त अरब इमारात के साथ सऊदी अरब ने हालिया कुछ महीनों के दौरान इस बात का प्रयास तेज़ कर दिया है कि ईरान पर यमन हथियार भेजने के आरोप लगाए जाएं।

ज्ञात रहे कि शनिवार को यमन की सेना ने 10 ड्रोन के माध्यम से सऊदी अरब की तेल कंपनी आरामको के दो तेल प्रतिष्ठानों बक़ीक़ और ख़ुरैस पर हमला किया था।

इस कार्यवाही के बाद यमन की सेना के प्रवक्ता यहया सरी ने एक बयान जारी करके बताया था कि यह हमला, सऊदी अरब की ओर से यमन के विरुद्ध किये जा रहे हमलों के जवाब में है। उन्होंने बताया कि सऊदी गठबंधन के परिवेष्ठन के बावजूद देश की प्रतिरोध क्षमता में तेज़ी से वृद्धि हो रही है।