इराक में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ चल रहे हिंसक विरोध-प्रदर्शनों में कम से कम 60 लोगों की मौत हो चुकी है
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, अशांति के बीच फायरब्रांड नेता नेता मौलाना मुक्तदा अल सद्र ने सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है।
🔴More security violation marked 2nd day of angry rallies
against unemployment and corruption in Iraq#BaghdadPost #IraqProtests #IraqInitiative #TahrirSquare #saveIraqipeople #SaveIraq #FreeIraq #Save_the_Iraqi_people pic.twitter.com/8zpqFLsBBF— The Baghdad Post (@BaghdadPostPlus) October 2, 2019
इराकी मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को बताया कि बगदाद और अन्य शहरों में पिछले 4 दिनों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में अब तक कम से कम 5 दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इनमें बगदाद के एक ही अस्पताल में 18 लोगों की मौत भी शामिल है। इसके अलावा 1600 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
#UPDATE The internet was down across most of Iraq on Thursday, the third day of protests called for on social media, with a monitor saying "intentional restrictions" by major providers caused the near-blackout https://t.co/lJxfCAwrQt #IraqProtests pic.twitter.com/2DgsDDK0Fh
— AFP News Agency (@AFP) October 3, 2019
मुक्तदा अल सद्र ने एक बयान में कहा कि और अधिक मौतों से बचने के लिए ‘सरकार को इस्तीफा देना चाहिये और संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में मध्यावधि चुनाव कराए जाने चाहिए।’ उन्होंने कहा कि इराक के लोगों का खून बह रहा है और वह चुप नहीं रह सकते।
We see your powerful protests in Iraq we support you and pray for you. The braveness you have for standing for your rights and freedom is strong. #IraqProtests pic.twitter.com/6uTRzKaDEW
— Roya Abdi (@Roya01) October 3, 2019
गौरतलब है कि संसद में पूर्व शिया मिलिशिया नेता मुक्तदा अल सद्र के दल के सबसे अधिक सदस्य हैं। सद्र बयान ने प्रधानमंत्री अदेल अब्देल मेहदी पर दबाव बना दिया है जो अशांति को दूर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
Baghdad is burning.#IraqProtests pic.twitter.com/idkp8dxJOO
— Sarwan Wllatzheri (@SarwanBarzani_) October 4, 2019
इससे पहले शुक्रवार को शीर्ष आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला अली सिस्तानी ने भी विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया और सरकार से उनकी मांगों पर गौर करने को कहा।
इराक की बहुसंख्यक शिया आबादी में सम्मानित सिस्तानी के समर्थन से प्रदर्शनकारियों में जश्न का महौल है, जिसका प्रदर्शन उन्होंने हर्ष फायरिंग कर किया, इसके साथ ही तीव्र हो रहे प्रदर्शनों को काबू करने की चुनौती का सामना कर रहे प्रधानमंत्री अदेल अब्देल मेहदी पर और दबाव बढ़ गया है।
सिस्तानी ने सरकार से कहा कि लोगों की शिकायतों और प्रदर्शनों को और बढ़ने से रोकने के लिए सरकार को अब कदम उठाने की जरूरत है, इस संकट के समाधान के लिए स्पष्ट एवं व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है, नहीं तो प्रदर्शनकारी और मजबूत होकर लौटेंगे।