इजरायल के खिलाफ़ बोलने वाली मुस्लिम सासंदों पर लगा यह प्रतिबंध!

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इस्राइल ने गुरुवार को कहा कि वह दो अमेरिकी महिला सांसदों की नियोजित यात्रा पर रोक लगाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इन महिलाओं ने फलस्तीनियों के साथ व्यवहार के चलते इस्राइल के बहिष्कार का समर्थन किया था। बताया जा रहा है कि ये फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से प्ररेति होते हुए लिया गया है।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोनों सांसद इल्हान उमर और राशिदा तलैब के खिलाफ ये बड़ा फैसला लिया है। उनका कहना है कि इनका लक्ष्य केवल इस्राइल को नुकसान पहुंचाना और उसके खिलाफ उकसावे में वृद्धि करना है।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, इस फैसले पर अमेरिकी राजनीतिज्ञों का कहना है कि इस्राइल को इसपर पुनर्विचार करना चाहिए। वहीं फलस्तीनी अधिकारी हनन अशरवी ने इसे अमेरिकी लोगों और उनके प्रतिनिधियों के खिलाफ शत्रुता का अपमानजनक कार्य बताया है।

इसपर उमर का कहना है कि ये लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है। उमर और तलैब जो फलस्तीनी मूल के हैं, यात्रा करने के लिए वीकेंड पर इस्राइल आने वाले थे। इस्राइल के फैसले की घोषणा से पहले, वेस्ट बैंक के कब्जे वाले भाग में स्थित तलेब के पारिवारिक गांव बीट उर अल-फूक में लोग उनकी योजनाबद्ध यात्रा के लिए उत्सुक थे।

तलैब की 85 वर्षीय दादी मुफ्तिया तलैब ने तो अपनी पोती और अन्य कांग्रेसविमेन के आने की खुशी में पार्टी की तैयारियां तक कर रखी थीं। इस्राइल के अधिकारियों ने कहा कि वह तलैब को उनके परिवार से मिलवाने के लिए अलग से मानवीय अनुरोध पर विचार करेंगे, जिसके लिए उन्हें इस्राइल से गुजरना होगा। इस्राइल ने अपने फैसले की घोषणा ट्रंप के डेमोक्रेटिक कांग्रेसविमेन पर रोक लगाने की बात के बाद की है।

इस मामले पर ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा था, “अगर इस्राइल ने सांसद उमर और तलैब के यात्रा की इजाजत दे दी तो इससे उसकी बड़ी कमजोरी दिखेगी।” उन्होंने आगे लिखा, “वे इस्राइल और सभी यहूदी लोगों से नफरत करते हैं, और ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे उनके दिमाग को बदला जा सके….वे एक अपमान हैं।”