इज़राइल चुनाव में क्या बहुमत हासिल कर पाएंगें नेतन्याहू?

,

   

दो हफ्ते में इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा शुरू हो रहा है। इसके बावजूद एक्जिट पोल के अनुसार 70 वर्षीय कंजरवेटिव नेता रविवार को हुए संसदीय चुनावों में जीत की ओर बढ़ रहे हैं।

 

 

डी डब्ल्यू हिनदी पर छपी खबर के अनुसार, इस्राएली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने खुद चुनावों में भारी जीत का दावा किया है लेकिन स्पष्ट नहीं है कि उनका दक्षिणपंथी धार्मिक मोर्चा संसद में बहुमत हासिल कर पाएगा या नहीं।

 

एक साल के अंदर हुए तीसरे चुनाव में नेतन्याहू की कंजरवेटिव लिकुद पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और उसे 36 से 37 सीटें मिलने की संभावना है।

 

नेतन्याहू को चुनौती दे रहे 60 वर्षीय बेनी गांत्स के मध्यमार्गी मोर्चे को 32 से 34 सीटें मिलेंगी और वह संसद में दूसरा सबसे ताकतवर गुट होगा।

 

टीवी चैनलों के एक्जिट पोल में नेतन्याहू के कंजरवेटिव मोर्चे को करीब 60 सीटें मिलेंगी जबकि वामपंथी मोर्चे को 52 से 54 सीटें। इस्राएल की संसद में 120 सीटें हैं और सरकार बनाने वाले मोर्चे को 61 सीटों की जरूरत होगीी।

 

चुनावों में बेन्यामिन नेतन्याहू की जीत ऐसे समय में हुई है जब दो हफ्ते बाद उनके खिलाफ भ्रषटाचार का मुकदमा शुरू हो रहा इस्रा।एली महाधिवक्ता ने नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, निष्ठाहीनता और रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है।

 

मुकदमे में मीडिया पर असर डालने की कोशिश, उद्यमियों के साथ संदिग्ध गलत डील और राजनीतिक समर्थन के बदले दोस्ताना उद्यमियों से लक्जरी तोहफे शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने इन आरोपों से इनकार किया है।

 

एक्जिट पोल में जीत की संभावना पक्की होने के बाद चुनावी जीत पर टिप्पणी करते हुए नेतन्याहू ने ट्वीट किया, “इस्राएल की भारी जीत.” इसके पहले उन्होंने दिल की इमोजी ट्वीट की थी और लिखा था, शुक्रियाा।

 

संसद अध्यक्ष यूली एडेलश्टाइन ने ट्वीट किया है कि लिकुद पार्टी जल्द ही मजबूत और अच्छी सरकार बनाएगी। नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी गांत्स ने अपनी पार्टी के 10 लाख से ज्यादा वोटरों का आभार व्यक्त किया है और कहा है, हम आपके लिए भविष्य में भी संघर्ष करते रहेंगे।