क्या फलस्‍तीनीयों को दरकिनार कर इजरायल से सऊदी अरब संबंध स्थापित कर रहा है?

   

इस्राईली टीवी ने सूचना दी है कि वर्ष 2014 में गुप्तचर सेवा मूसाद के तत्कालीन प्रमुख ने विशेष लक्ष्यों से सऊदी अरब की यात्रा की थी।समाचार एजेन्सी आनातोली की रिपोर्ट के अनुसार इस्राईली टीवी ने घोषणा की है कि तमीर पार्डो वर्ष 2011 से 2016 तक मूसाड के प्रमुख थे।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, इस यात्रा का रहस्योद्घाटन ऐसे समय में हो रहा है जब जार्डन और मिस्र के अलावा किसी भी देश ने भी जायोनी शासन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किया है और दोनों देशों के अलावा किसी भी अरब देश का तेलअवीव से सीधा संबंध नहीं है।

इस्राईली टीवी ने पश्चिमी कूटनयिकों के हवाले से घोषणा की है कि ईरान के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर हो जाने के कुछ सप्ताह बाद पार्डो ने सऊदी अरब की यात्रा की थी।

ज्ञात रहे कि सऊदी अरब सहित कुछ अरब देश जायोनी शासन से अपने संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयास में हैं और रोचक बात यह है कि यह संबंध फिलिस्तीनी जनता की आकांक्षाओं के खिलाफ हैं और इस्राईल लगभग 70 वर्षों से फिलिस्तीनियों का दमन कर रहा है और उनकी बहुत से भूमियों पर कब्ज़ा कर रखा है और लाखों फिलिस्तीनी दूसरे देशों में शरणार्थी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं।