इजराइल के येरूशलम में सोमवार को हजारों की संख्या में लोगों ने एकत्र होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया। प्रदर्शनकारी मुखौटे को पहने हुए थे। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखा कि कही सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ा न जाए।
“ब्लैक फ्लैग” आंदोलन में शामिल 2,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने वायरस से निपटने के लिए सख्त पुलिस उपायों के खिलाफ रैली निकाली। इसमें नागरिकों के लिए फोन ट्रैकिंग भी शामिल थी – जिसे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा लागू किया गया था।
पुलिस को प्रदर्शनकारियों के खड़े होने और एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए जमीन पर निशान के इंतजाम करने पड़े। इस दौरान “ब्लैक फ्लैग” के आयोजकों को सख्त निर्देश दिए गए थे।
“ब्लैक फ्लैग” में शामिल होने कारों में सैकड़ों लोग येरूशलम पहुंचे। इस दौरान नेतन्याहू सरकार द्वारा उठाए गए लोकतांत्रिक विरोधी उपायों की आलोचना की गई।
यह सरकार कोरोना वायरस के साथ शुरू हुई, जब सरकार ने लोकतांत्रिक विरोधी बिलों को पारित करना शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू और उनके औपचारिक प्रतिद्वंद्वी बेनी गेंट्ज़ के बीच बातचीत के खिलाफ भी चेतावनी दी। दोनों एक दूसरे बातचीत कर मिलीजुली सरकार बनाना चाहते हैं। इससे राजनीति अस्थिरता का दौर जारी रहेगा।