नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) बने एक महीने से ज्यादा हो गया है। विपक्षी दलों और कुछ लोगों के लिए यह शुरू से ही सिरदर्द बना हुआ है और वे केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया पहुंचे दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग ने भी इस संबंध में बयान दिया। जामिया में कानून के विरोध में प्रदर्शन जारी है।
Delhi's Ex-Lieutenant Governor, Najeeb Jung: There should be talks, only then will a solution come out. How will the solution come if we don't talk? How long will this protest go on? Economy is suffering, shops are closed, buses are not plying, losses are being incurred. https://t.co/oTzYcQ7b6Z
— ANI (@ANI) January 20, 2020
नजीब जंग ने कहा कि सीएए में सुधार की जरूरत है। या तो इसमें मुसलमानों को भी शामिल करना चाहिए या सभी को हटा देना चाहिए। जंग जामिया के वीसी रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सीएए में सुधार की जरूरत है। उन्हें या तो मुसलमानों को भी इसमें जोड़ना चाहिए या अन्य नामों को भी हटाएं।
इसे समावेशी बनाएं, मामला खारिज हो जाएगा। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन लोगों को बुलाते हैं और बातचीत करते हैं, तो मामला सुलझ जाएगा।
Former VC of #JamiaMilliaIslamia and Delhi LG Najeeb Jung addressed the protesting students at Jamia today.
Jung condemned the police action in Jamia, AMU and JNU pic.twitter.com/bXu7U0v8o7
— Newsd (@GetNewsd) January 20, 2020
बातचीत से ही कोई समाधान निकलेगा। अगर हम बात नहीं करेंगे तो समस्या कैसे दूर होगी? यह विरोध कब तक जारी रहेगा? अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है, दुकानें बंद हैं, बसें नहीं चल रही। यह तारीख जामिया ने लिखी है और अच्छा बात है यह आंदोलन यहां चल रहा है।
मौलानाओं को इससे दूर रखिए। आप अपने मदरसे में बैठें, इसका नेतृत्व हमारे बच्चे करेंगे। हमें नौकरी और अस्पताल चाहिए, हमें एनपीआर की जरूरत नहीं।
श्रीलंका से आए हुए को क्यों छोड़ दिया, क्या नेपाल से लोग हमारे देश नहीं आना चाहते? जो धर्म छूट गया है उसको जोड़ लें या फिर सबको हटा दें।