केंद्र द्वारा बीते पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया गया था। धारा 370 हटने के बाद सरकार ने घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कई तरह की पाबंदियां लगा दी थीं। जिसमें मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध भी शामिल है।
लेकिन घाटी में हालात धीरे-धीरे सामान्य होने के बाद सरकार इन प्रतिबंधों में ढ़ील ढ़ेते हुए इसे खत्म भी कर रही है। जम्मू कश्मीर के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में लगाए सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं।
इसके अलावा राज्य में कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में मोबाइल फोन सेवा काम कर रही है। साथ ही राज्य में अब चहल-पहल भी नजर आ रही है। गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के दौरान जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट था, ताकि राज्य में किसी भी तरह की हिंसा ना हो पाए।
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और इसे स्वीकार नहीं कर पा रहा है। पाक की ओर से लगातार इसका विरोध हो रहा है।
पाक इस फैसला का विरोध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कर चुका है, लेकिन उसे वहां भी मुंह की खानी पड़ी। ज्यादातर देशों ने कहा कि ये भारत और पाकिस्तान का आंतरिक मामला है।
वहीं कई इस्लामिक संस्थाएं भी इस फैसले का स्वागत कर चुकी हैं, लेकिन पाक अभी तक इस फैसले को मानने को राजी नहीं है।
पाकिस्तान घाटी में अशांति फैलाने के लिए तमाम तरह के हथकंडों को अपना रहा है। वह परमाणु हमले की गीदरभभकी से भी बाज नहीं आ रहा है।