JDS नेता ने दिया विवादित बयान, कहा- संघ मुख्यालय जाने पर मुखर्जी को मिलेगा भारत रत्न

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गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न समेत पद्म पुरस्कारों की घोषणा की. इसके तहत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न सम्मान दिए जाने की एक तरफ जहां देश के सभी दलों के नेता तारीफ कर रहे हैं, वहीं कर्नाटक के जेडीएस के नेता दानिश अली ने इस मामले में भी विवादित बयान दे दिया है. जनता दल सेकुलर (JDS) के नेता दानिश अली (Danish Ali) ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर में आरएसएस (RSS) मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, इसलिए उन्हें भारत रत्न सम्मान दिया जा रहा है.

 

जेडीएस महासचिव ने मुखर्जी को भारत रत्न दिए जाने और कर्नाटक के सिद्धगंगा मठ के शिवकुमार स्वामी को यह सम्मान नहीं दिए जाने पर भी ऐतराज जताया. शिवकुमार स्वामी का हाल ही में 111 साल की आयु में निधन हो गया था. उन्होंने कहा, ‘‘प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि वह संघ मुख्यालय गए और संघ के संस्थापक सरसंघचालक के बी हेडगेवार को ‘धरती का पुत्र’ बताया था.’’ आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर सरकार ने इस साल 112 विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा है, जिसमें चार पद्म विभूषण, 14 पद्म भूषण और 94 पद्म श्री शामिल हैं

इससे पहले, भारत रत्न सम्मान की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की इन तीनों विभूतियों को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की वजहें भी बताईं. राष्ट्रपति भवन द्वारा सम्मान की घोषणा किए जाने के कुछ ही देर बाद एक के बाद एक किए गए अपने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी ने इन तीनों शख्सियतों की विशेषताओं के बारे में बताया. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न सम्मान दिए जाने के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि वह वर्तमान राजनीति के स्तंभ हैं. भूपेन हजारिका के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि उनका गीत और संगीत हमारी कई पीढ़ियों द्वारा सराहा गया है. हजारिका ने भारत की संगीत परंपरा को विश्व स्तर तक पहुंचाया. वहीं, नानाजी देशमुख को इस सम्मान से नवाजे जाने की वजह बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नया प्रतिमान स्थापित करने और गांवों में रहने वालों के जीवनस्तर को ऊंचा उठाने में नानाजी देशमुख का योगदान महत्वपूर्ण रहा है.