रिश्तेदार का दावा- बेरहम लोगों ने तबरेज़ को पानी की जगह धतूरा पिलाया

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सरायकेला के धातकीडीह में 17 जून की रात हुई मॉब लिंचिंग मामले में  चाचा माे. मसरूर ने बताया कि तबरेज अंसारी को लोगों ने पहले बेरहमी से पीटा।

जब उसकी हालत खराब होने लगी तो उसने लोगों से पानी मांगा। लेकिन बेरहम लोगों ने पानी तो नहीं दिया उसके बदले उसे धतूरा का रस पिला दिया जो एक तरह का जहर है। मामले काे फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, ताकि दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो।

धातकीडीह की घटना से जान बचाकर भागे खरसावां के कदमडीहा गांव के नुमेर अली (17 वर्ष), पिता-उमर अली एवं मो. इरफान (18 वर्ष) पिता-मो. नजीर अब भी लापता है। उनके परिजनों को कोई खबर नहीं है। नुमेर के पिता उमर अली का कहा कि घटना के दो दिन पहले 15 जून को नुमेर ने मनोहरपुर के दिघा गांव पुताई का काम करने की बात कहकर घर से निकला था। उसके बाद से उसका कहीं पता नहीं चला है।

एसडीओ बसारत कयूम ने कहा कि धातकीडीह मामले के सभी बिंदुओं पर एसआइटी द्वारा जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद जंहा चूक हुई है इसका पता लगाया जाएगा। सभी दोषियाें पर कारवाई की जायेगी।

वहीँ मृतक की पत्नी शाहिस्ता परवीन ने जिला पुलिस-प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई। शाहिस्ता ने कहा कि मेरे शौहर बेकसूर थे। एक सोची-समझी साजिश के तहत चोरी का आरोप लगाकर उन्हें मार दिया गया। 17 जून को रात 10 बजे पति ने फोन करके बताया था कि वह जमशेदपुर से खरसावां लौट रहे है। उसके बाद उनका फोन नहीं लगा। सुबह 5 बजे फोन कर बताया कि धातकीडीह में लोगाें ने चोरी का इल्जाम लगाकर उनकी बेरहमी से पिटाई की है।