क्या मॉब लिंचिंग का स्टेट बनकर रह गया है झारखंड?

   

सरायकेला में भीड़ की पिटाई से एक युवक की मौत के बाद झारखंड को ‘भीड़ हिंसा का अड्डा’ बताया जाने लगा है। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाये हैं, तो पार्टी की प्रदेश इकाई ने मृतक की को 25 लाख रुपये का मुआवजा और नौकरी देने की मांग की है।

प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, राज्यसभा में सरायकेला-खरसावां की घटना का उल्लेख करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि झारखंड ‘भीड़ हिंसा का अड्डा’ बन गया है।

आजाद ने कहा, ‘दलितों एवं मुस्लिमों की वहां हर हफ्ते हत्या हो रही है। प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी हम ‘सबका साथ सबका विकास’ की लड़ाई में आपके साथ हैं, लेकिन लोगों को यह दिखना चाहिए। हमें यह कहीं नहीं दिख रहा।