जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जिस तरह से फिदायीन हमले में 40 से अधिक जवानों की मौत हो गई उसके बाद तमाम राजनीतिक दल, नेता पाकिस्तान पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन इस बीच जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने सुरक्षा में हुई चूक पर सवाल खड़ा किया है।
J&K Raj Bhawan PRO on Pulwama attack:Governor Satyapal Malik observed forces responsible for the insurgency in J&K are desperate& frustrated and just want to prove presence. Visibly it seems to be guided from across border as Jaish-e-Mohammad has claimed responsibility (file pic) pic.twitter.com/nFAmRQEKXB
— ANI (@ANI) February 14, 2019
राज्यपाल ने इस बात को स्वीकार किया है कि सीआरपीएफ के जवानों पर यह हमला हमारी चूक की वजह से हुआ है, उन्होंने कहा कि यह खुफिया विभाग की बड़ी चूक है जिसकी वजह से यह हमला हुआ है।
On being asked to share the course of action after the #PulwamaAttack, #SatyaPalMalik said there will be a review meeting with top security and intelligence officials to find out the security lapses that led to the attack. https://t.co/RSO3Cs6jIN
— Firstpost (@firstpost) February 15, 2019
वहीं इस आतंकी हमले के बारे में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर में फेल हो गई है और वह कश्मीर में जवाबी कार्रवाई करने में भी विफल रही है। लेकिन उन्होंने कहा कि भाजपा खुद को फिर से तैयार कर सकती है और पाकिस्तान को तहस-नहस कर सकती है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कश्मीर मुख्य मुद्दा होना चाहिए।
BJP have failed in Kashmir and failed to properly retaliate. But BJP is capable of re-tooling itself and smash Pakistan. The opposition is in a surrender mood since long. That is the bottom line in this election. Either this possibility with BJP or give up Kashmir
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 15, 2019
वन इंडिया हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, राज्यपाल ने कहा कि जिस जगह पर यह घटना हुई है वहां पर हाईवे पर चेकिंग नहीं की गई। हाईवे पर कोई कार में इतना सारा विस्फोटक लेकर खड़ा था और हमे इसकी भनक भी नहीं लगी। उन्होंने कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह हमला काफी बड़ा था और इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है।
पिछले कुछ समय से जिस तरह से सेना के जवान आतंकियों के खिलाफ घाटी में कार्रवाई कर रहे हैं उसी वजह से यह बड़ा हमला किया गया है। इस तरह के ऑपरेशन की वजह से पाकिस्तान पर कुछ बड़ा करने का दबाव रहता है।
राज्यपाल मलिक ने कहा कि तमाम ऑपरेशन को सफलतापूर्वक किया गया। ये आतंकी जंगल में छिपे थे, पाकिस्तान इन आतंकियों पर दबाव बनाता रहता है कि वह एक्शन लें। राज्यपाल ने कहा कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के दबाव में पाकिस्तान के समर्थन के साथ किया गया है।
वहीं जब सत्यपाल मलिक से पूछा गया कि क्या भारत को एक और सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए, इसपर राज्यपाल ने कहा कि कुछ तो जरूर किया जाना चाहिए और कुछ जरूर किया जाएगा।
घाटी में मुख्यधारा की राजनीति पर भी सत्यपाल मलिक ने निशाना साधा, उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों में महबूबा मुफ्ती के बयान पर नजर डालिए।
जो भी आतंकी मरता था, वह उसके घर जाती थीं। वहीं राज्यपाल के बयान पर महबूबा मुफ्ती ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आखिर क्यों 2000 से अधिक जवानों को एक साथ जाने की इजाजत दी गई।
उन्होंने पूछा कि क्या हवाई यात्रा सिर्फ राजनीतिक वीआईपी के लिए है। हमपर आरोप लगाना आसान है, जम्मू कश्मीर राज्यपाल शासन के तहत है लिहाजा राज्यपाल अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी मलिक के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल का बयान साफ करता है कि यहां खुफिया विभाग की लापरवाही है, यह बयान उन्होंने खुले तौर पर दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर प्रदेश में राज्यपाल शासन है तो आखिर इस हमले की जवाबदेही किसकी है।