दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) में 9 दिनों से जारी छात्रों का अनशन हिंसक हो गया है. अनशन कर रही छात्राओं के साथ कुछ लोगों ने बदतमीजी कर दी. छात्राओं का न सिर्फ दुपट्टा खींचा गया बल्कि धक्का-मुक्की भी की गई. इस सदमे की वजह से एक छात्रा अस्पताल पहुंच गई.
जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI)के आर्ट डिपार्टमेंट के छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन ने गुरुवार को हिंसक मोड़ ले लिया. 150 से अधिक छात्र, विभाग के एचओडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तभी छात्रों के विरोधी समूह ने उनसे हाथा-पाई कर दी. वहीं, प्रोफेसर ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने चैंबर में 5 घंटे तक बंधक सा बना दिया गया था. प्रोफेसर ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे क्लास लेने के लिए जाने लगे तो विरोध प्रदर्शन पर बैठे छात्रों ने उनकी पिटाई करने की कोशिश की.
वहीं, छात्राओं ने आरोप लगाया कि हम मूल्यांकन के अनुचित साधनों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे तब एचओडी के निर्देश पर छात्रों के एक समूह ने हमें पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने हमारे दुपट्टे खींच लिए और बाल खींचे. ऐसी हरकत करने वाले छात्र हमारे एचओडी के प्रिय स्टूडेंट हैं. हाथापाई में एक छात्रा घायल हो गई और उसे पास के होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया.
छात्राओं के अनुसार, प्रोफेसर ने छात्राओं की लिपस्टिक के रंग पर भी कमेंट किया और क्लास में पढ़ाने के दौरान पाठ के माध्यम से सेक्सी कमेंट भी किए. वहीं, जामिया के अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन ने तीन छात्रों को सस्पेंड कर दिया. विवादित एचओडी को छुट्टी पर भेज दिया गया है और उनकी जगह दूसरी महिला प्रोफेसर को जिम्मेदारी दी गई है.
गौरतलब है कि जामिया के छात्र, आर्ट डिपार्टमेंट के एचओडी हाफिज अहमद का विरोध कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि प्रोफेसर द्वारा मूल्यांकन में पक्षपात किया जाता है. उन्होंने खुले मूल्यांकन की मांग करते हुए अपना विरोध जारी रखा है. प्रत्येक वर्ष, छात्रों द्वारा प्रोजेक्ट को एक बंद लिफाफे में प्रस्तुत किया जाता है जिसके आधार पर उन्हें अंक दिए जाते हैं. छात्र चाहते हैं कि प्रोफेसर द्वारा पक्षपात से बचने के लिए एक खुला मूल्यांकन किया जाए.