JNU मामला: एबीवीपी के दो पूर्व सदस्यों ने आरोप पत्र को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया

, , ,

   

JNU मामले में प्रतिदिन  नए नए मामले  सामने आ आरहे है . अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दो पूर्व सदस्यों ने जेएनयू राजद्रोह मामले में आरोप पत्र दायर किए जाने के समय को लेकर सवाल उठाते हुए इसे ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया है. एबीवीपी ने कहा है कि दोनों पूर्व सदस्य कांग्रेस के साथ हैं, जिसने आरोपी छात्रों का समर्थन किया था. उसने इसे ध्यान भटकाने की ‘राजनीतिक चाल’ करार दिया.

एबीवीपी की जेएनयू इकाई के तत्कालीन संयुक्त सचिव प्रदीप नरवाल और दो अन्य ने 9 फरवरी 2016 की घटना के बाद परिसर में हुई झड़प के उपरांत अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उस कार्यक्रम में कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगे थे. एबीवीपी की जेएनयू इकाई के उपाध्यक्ष जतिन गोराया ने अगस्त 2016 में पद से इस्तीफा दे दिया था.

नरवाल ने बुधवार को आरोप पत्र को राजनीति से प्रेरित बताया. वहीं, गोराया ने कहा कि कथित राजद्रोह विवाद सुनियोजित था, ताकि दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत से शुरू हुए आंदोलन को समाप्त किया जा सके.