JNU हमला : सीताराम येचुरी ने साधा PM मोदी पर निशाना, कही बड़ी बात

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माकपा ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी को लेकर उनपर आरोप लगाते हुए कहा कि वह या तो इसमें शामिल हैं या अयोग्य हैं।

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘ मोदी की खामोशी बहुत कुछ बोलती है। एक प्रधानमंत्री तब चुप नहीं रह सकता जब उसके आवास से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही छात्रों की पीटा जाए… या तो वह इसमें शामिल है या अयोग्य।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह अब बेहद स्पष्ट है कि प्रशासन की मदद से एबीवीपी के गुंडों ने जेएनयू के छात्रों पर ऐसा भयावह हमला किया। सरकार सहित जो भी दोषी हैं उनपर कार्रवाई की जानी चाहिए।’’ येचुरी ने रविवार को हमले के पूर्वनियोजित होने का आरोप लगाते हुए एबीवीपी को इसके लिए लिए जिम्मेदार ठहराया था।

गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने परिसर में प्रवेश कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। बाद में प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी।

कोलकाता में भाजपा, वाम समर्थक आमने-सामने आए
शहर के यादवपुर इलाके में सोमवार को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमले को लेकर हुई रैलियों में वाम दल और भाजपा समर्थकों के आमने-सामने आने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जेएनयू परिसर में रविवार को हुए हमले के विरोध में यादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों, एसएफआई के कार्यकर्ताओं और अन्य वाम संगठनों के सदस्यों ने 8बी बस स्टैंड से सुलेखा मोड़ पर रैली निकाली।

 

जेएनयू हमले और रविवार रात इलाके में पार्टी दफ्तर में तोडफ़ोड़ को लेकर भाजपा द्वारा बाघा जतिन मोड़ से यादवपुर पुलिस थाने तक एक विरोध मार्च निकाला गया। सुलेखा मोड़ पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए जिससे विवाद शुरू हो गया। पुलिस ने बैरीकेड लगाए थे और दोनों रैलियों का रास्ता बाधित किया था। इस दौरान हालांकि दोनों ही राजनीतिक दलों द्वारा कथित तौर पर एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।

एसएफआई समर्थकों ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने महिला कार्यकर्ताओं के लिये अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया। इसके विरोध में वामपंथी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के झंडे जलाए। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति को शांत करने के लिये तमाम प्रयासों के विफल होने पर रैली में शामिल लोगों को तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने लाठीचार्ज किया।